मंदसौर मामले पर नक्सलियों ने ललकारा, जांच गलत हुई तो खैर नहीं, हाइवे पर बैनर लगाए

रायपुर। छत्तीसगढ़ के महासमुंद के सरायपाली में शनिवार को नक्सलियों के द्वारा एनएच-53 के चट्टीगिरोला-सिंघोड़ा मार्ग में फेंके गए पर्चे और बैनर मिलने से स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया. नक्सलियों द्वारा लगाए गए बैनर में मध्यप्रदेश के मंदसौर में हुई किसानों की मौत की जांच की मांग की गयी है. इतना ही नहीं नक्सलियों ने किसानों के कर्ज माफी का उल्लेख भी किया है. 

पुलिस के मुताबिक सरायपाली-ओड़िशा क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों की बीबीएम कमेटी ने यह बैनर लगाए हैं. फिलहाल सरायपाली पुलिस ने बैनर-पोस्टर को जब्त कर लिए हैं. साथ ही डीआरजी और सरायपाली बलौदा पुलिस ने क्षेत्र में सर्चिंग अभियान भी तेज कर दिया है. 2010 में पुलिस मुठभेड़ के बाद इस क्षेत्र में नक्सलियों की हलचल नहीं देखी गई थी.

इससे पहले दंतेवाड़ा में भांसी थाना क्षेत्र के बड़ेकमेली के पास पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी भाकपा (माओवाद) द्वारा गुरुवार की दोपहर मुख्य मार्ग में पर्चा फेंका गया। जिसे कुछ देर बाद एक सिपाही एकत्र कर थाने ले गया। पर्चो में नक्सलियों ने मंदसौर में हुई किसानों की हत्या पर पूरजोर विरोध किया गया। 

इन पर्चों के माध्यम से माओवादियों को कहना है कि इस दुख की घड़ी में पूरे देश को एक होना चाहिए। भाजपा के शासन काल में हो रही इस तरह की घटनाओं का एकत्र होकर विरोध करो। माओवादियों ने पर्चा में धान और दीगर उपज का समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात भी कही है।

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