MP: शिक्षकों को दिए प्याज बांटने के आदेश

भोपाल। मप्र के शिक्षकों को कब क्या काम दे दिया जाए कहा नहीं जा सकता। सिंगरौली में कन्यादान योजना के तहत हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में शिक्षकों को खाना परोसने की ड्यूटी पर लगा दिया गया था। अब राजगढ़ में प्याज बांटने की ड्यूटी थमा दी गई है। यह सबकुछ तब जबकि सुप्रीम कोर्ट से लेकर शिक्षामंत्री तक कई बार आदेश जारी किए जा चुके हैं कि शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जा सकते। 

मामला राज्य के राजगढ़ जिले का है। यहां जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी कर राज्य शिक्षा केंद्र में पदस्थ तीन दर्जन से अधिक जन शिक्षकों को प्याज परिवहन के काम में झोंक दिया है। वहीं, सर्व शिक्षा अभियान के तहत ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) के प्रमुख को इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए प्रभारी बनाया गया है। 

दरअसल, किसान आंदोलन के बाद राज्य सरकार ने आठ रुपए किलो की दर से किसानों से प्याज खरीदना शुरू किया है। बंपर खरीद को खपाने के लिए प्याज को मध्यान्ह भोजन समूहों, राशन दुकानों के जरिए बीपीएल परिवारों को भेजने की व्यवस्था की जा रही है। मध्यान्ह भोजन समूहों को प्याज बांटने की व्यवस्था की पुख्ता मॉनिटरिंग के लिए राजगढ़ जिला प्रशासन ने शिक्षकों को ही इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है।

जिले के 450 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में प्याज की सप्लाई होना है।
जिला प्रशासन ने तीन दर्जन से ज्यादा जन शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी है।
इन शिक्षकों को रूट चार्ट पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए है।
राजगढ़ जिले के 445 स्कूलों में 2 हजार 225 बोरी प्याज की सप्लाई होना है।

प्रदेश में शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य लिए जाने को लेकर केन्द्रीय मानव संसाधन विभाग को भी शिकायत की गई है। वहीं, शिक्षकों की प्याज बांटने में ड्यूटी लगाने का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य सरकार बैकफुट पर है। शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्य में ड्यूटी लगाने को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई आदेश जारी हुआ है तो उसे तुरंत निरस्त किया जाएगा।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !