टारगेट का टंटा: शराब कारोबारी का फर्जी INSURANCE कर दिया

ग्वालियर। बीमा कारोबार में ऐजेंटों पर टारगेट का दवाब ही बीमा व्यापार में फर्जीवाड़े का कारण बनता है। यहां एजेंट दम्पति ने टारगेट पूरा करने शराब करोबारी व रायरू डिस्टलरी के मालिक आदिल बापना का बीमा कर दिया और उनके जाली साइन कर चेक भी बैंक में लगा दिया। घटना पिछले महीने की है। जिस बैंक में चेक लगाया गया, उस बैंक में शराब कारोबारी का खाता नहीं था। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। शराब कारोबारी ने मामले की शिकायत एसपी ग्वालियर से की है। एसपी ने आवेदन को पड़ाव थाने भिजवाया। पड़ाव थाना पुलिस ने आवेदन के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

पड़ाव थानाक्षेत्र स्थित गांधी रोड निवासी आदिल बापना रायरू डिस्टलरी व बीयर फैक्ट्री के मालिक हैं। कुछ दिन पहले उनके पास एक प्राइवेट बैंक से मैसेज आया, जिसमें बीमा राशि चुकाने के लिए बैंक में दिए गए चेक पर जो हस्ताक्षर किए थे उन पर ओवरराइटिंग और बैंक में खाता नहीं होने की बात बताई गई। इस पर शराब कारोबारी ने मामले को संज्ञान में लिया। बैंक से डिटेल मिली तो बीमा एजेंट के रजिस्ट्रेशन नंबर से उन तक पहुंचा गया। बीमा एजेंट सिद्धार्थ गाबा व उसकी पत्नी निकिता गाबा के नाम सामने आए। इस पर पूरे मामल को फ्रॉड बताते हुए आदिल बापना ने ग्वालियर एसपी डॉ. आशीष से मामले की जांच और उचित कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत की गई थी। मामले की जांच के लिए आवेदन को पड़ाव थाने में भेजा गया।

एजेंट दम्पति तक पहुंची पुलिस
पुलिस जब बीमा एजेंट दम्पति सिद्धार्थ गाबा और निकिता गाबा तक पहुंची तो उन्होंने यह स्वीकार किया है कि उनका उद्देश्य किसी को ठगना नहीं था। उन्होंने अपना टारगेट पूरा करने के लिए शराब कारोबारी का बीमा कर दिया था। चेक भी अपना दिया था, बस गलती यही रही कि उन्हें बताया नहीं और उनका नाम उपयोग किया। इस पर पुलिस दम्पति से बयान लेने के बाद पूरे मामले की छानबीन कर असलियत निकालने का प्रयास कर रही है।

जांच चल रही है
शराब कारोबारी के यहां से आवेदन आया था, जिसमें बीमा एजेंट ने उनके नाम से बीमा कर चेक भी बैंक में देने की बात कही है। एफआईआर नहीं हुई है, आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है।
संतोष सिंह यादव, टीआई पड़ाव

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