भोपाल। सोमवार को 12 लाख रुपए नगद और 10 लाख के सोना की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए सतना नगर निगम कमिश्नर सुरेन्द्र कुमार कथूरिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। घर में 15 लाख 17 हजार नगद और दो प्रापर्टी की रजिस्ट्रियां मिलने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति रखने का भी प्रकरण दर्ज कर लिया है। इसके अलावा उनके सभी बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं।
इस बीच कथूरिया को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। सुरेंद्र कथूरिया ने इंदौर नगर निगम में अपर आयुक्त रहते हुए अपने हस्ताक्षर से हर माह करीब 64 लाख रुपए बेवजह ही शहर से कचरा उठाने का काम करने वाली एटूझेड कंपनी को दिए। कंपनी शहर से निकलने वाले कचरे की मात्रा को ज्यादा बताती थी लेकिन उसकी जांच करने के बजाए कथूरिया उसे सही ठहराकर उसका बिल पास कर देते थे।
5 लाख लेने से कर दिया था इंकार
डॉक्टर दम्पत्ति और कथूरिया से पूछताछ में लोकायुक्त पुलिस को पता चला है कि अस्पताल भवन तोड़ने के नोटिस के बाद डॉक्टर अग्रवाल पहली किश्त के रूप में पांच लाख रुपए कथूरिया के पास लेकर पहुंचे थे पर उन्होंने यह राशि लेने से मना करते हुए कम से कम 25 लाख रुपए पहली किस्त के रूप में देने को कहा था।