भोपाल। शुक्रवार रात को सीएम शिवराज सिंह ने अचानक उपवास का ऐलान कर दिया। रातों रात खड़ा किया गया वाटरप्रूफ टेंट पहली बारिश ही नहीं झेल पाया। शनिवार रविवार की दरम्यानी रात जो थोड़ी बहुत बारिश हुई, उसी ने उपवास स्थल पर त्राहि त्राहि मचा दी। रात में सीएम के साथ टेंट में रुके कार्यकर्ताओं को ठिठुरते हुए रात बितानी पड़ी। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी एवं दूसरे सभी कर्मचारी भी रातभर परेशान होते रहे।
भेल दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री के उपवास स्थल पर बारिश से गद्दे गीले हो गए। मैदान में कीचड़ हो गया। टेंट के नीचे रुके कार्यकर्ता कुर्सियों और गद्दों से खुद को बचाते रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी टेंट में बने एक वाटरप्रूफ कमरे में सारी रात गुजारी। बता जा रहा है कि इस उपवास के तमाम इंतजाम पर करीब 2 करोड़ रुपए खर्चा किया गया था।
सीएम के उपवास के एलान के बाद आसपास के जिलों से कार्यकर्ताओं का आना शुरू हुआ। कई कार्यकर्ता शनिवार देर रात तक पहुंच पाए। वो रविवार सुबह उपवास में शामिल होने के लिए दशहरा मैदान में ही रुक गए थे। बारिश ने उन्हे जमकर धोया। सरकार और प्रशासन के पास ऐसे लोगों को बचाने का कोई इंतजाम नहीं था।