महिला डॉक्टर ने लिखा 'मैं कैरेक्टर लेस नहीं हूं' और फांसी पर झूल गई

जबलपुर। डॉक्टर आशीष के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही लेडी एल्गिन हॉस्पिटल की गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. शुभ्रा राज ने अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में शुभ्रा ने लिखा कि मैं कैरेक्टर लेस नहीं हूं। शुभ्रा अपने पहले पति डॉक्टर अशोक विद्यार्थी से तलाक ले चुकीं हैं। इसके बाद वो डॉक्टर आशीष के साथ लिव इन में आ गईं। फिर आशीष के खिलाफ रेप केस फाइल कराया और अब सुसाइड कर लिया। 

उनका पहले पति डॉ. अशोक विद्यार्थी से तलाक हो चुका था। अब वह ओजस होम्स धनवंतरी नगर में डॉ. आशीष राज के साथ रह रही थी। रविवार शाम 7 बजे डॉ. शुभ्रा ने अपनी 8 साल की बेटी मिष्ठी और 4 साल की बेटी पीहू को पड़ोसियों के घर खेलने के लिए भेज दिया। इसके बाद अपने बेडरूम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

बेटियों से घर के बाहर लगवाया ताला
बेटियों के खेलने जाने से पहले लेडी डाॅक्टर ने घर में बाहर से ताला लगवा दिया। मां के कहने पर बेटियां घर के बाहर ताला लगाकर पड़ोसी के घर खेलने के लिए चली गईं। रात 8 बजे जब बेटियां खेलकर वापस आईं तो उन्होंने घर का ताला खोला। ताला खोलने के बाद जब वे घर के अंदर पहुंची तो उन्होंने मां को फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा तो उनकी चीख निकल आई। इसके बाद पड़ोसियों ने घर के अंदर आकर देखा और पुलिस को इन्फॉर्म किया।

पुलिस को मिला सुसाइड नोट
डॉ. शुभ्रा ने सुसाइड नोट में लिखा है "मैं टूट चुकी हूं। मैं कैरेक्टर लेस नहीं हूं। डॉ. अशोक के बाद आशीष के अलावा उसके किसी के साथ रिश्ते नहीं थे। आशीष तुम ठीक रहना। यदि आशीष मेरे बच्चों को ले जाना चाहे तो उसे दे देना। अब मैं और जीना नहीं चाहती हूं। "

डॉ. आशीष पर दर्ज करा चुकी है रेप का केस
पुलिस ने बताया कि डॉ. शुभ्रा ने पिछले साल डॉ. आशीष के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था। इसके बाद दोनों के बीच समझौता हो गया। दोनों साथ में रहने लगे थे। डॉ. आशीष पहले से शादीशुदा है। उन दोनों के बीच में पहले भी विवाद हो चुका है। पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।

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