भोपाल। सत्ता का गुरूर हर किसी के सिर चढ़कर बोलता है फिर चाहे वो कोई मास लीडर हो या आरएसएस में संत की श्रेणी प्राप्त संगठनमंत्री। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री केएन रघुनंदन ने रेलवे स्टेशन पर जमकर धमाल मचाया। उन्हे इस बात से आपत्ति थी कि पुष्पक एक्सप्रेस को हबीबगंज पर रोककर राजधानी एक्सप्रेस को पास क्यों किया गया। आपत्ति भी इसलिए क्योंकि उन्हे राजधानी एक्सप्रेस पकड़कर रवाना होना था और वो पुष्पक एक्सप्रेस में सवार थे। वो चाहते थे कि पुष्पक पहले पहुंचे और राजधानी बाद में। अब संगठन मंत्री महोदय को कौन समझाए कि उनके सवार हो जाने से पुष्पक को वीआईपी ट्रेन का दर्जा तो नहीं दिया जा सकता। उन्होंने इतना हंगामा किया कि एक समझदार अधिकारी ने माफी मांगकर पीछा छुड़ाया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री केएन रघुनंदन रविवार को पुष्पक एक्सप्रेस से इटारसी की तरफ से भोपाल आ रहे थे। उन्हें भोपाल स्टेशन से राजधानी एक्सप्रेस पकड़कर दिल्ली की तरफ जाना था। ट्रेन रात्रि 9ः20 बजे थी लेकिन राजधानी के समय तक पुष्पक एक्सप्रेस भोपाल नहीं पहुंची। उसे हबीबगंज स्टेशन के पास राजधानी को निकालने के लिए रोक लिया। इसके चलते उनकी ट्रेन चूक गई। जिस पर वे नाराज हो गए। वे प्लेटफार्म-1 पर बने आप्रेटिंग विभाग के कक्ष में पहुंच गए और कर्मचारियों से पुष्पक को छोड़कर राजधानी को निकालने की वजह पूछने पर अड़ गए।
तंग आ चुके आप्रेटिंग के कर्मचारी ने डंडा उठा लिया
सूत्रों के मुताबिक इस पर आप्रेटिंग के एक कर्मचारी बिगड़ गए और डंडा उठा लिया। जिसके बाद विवाद बढ़ गया। कुछ देर बाद संगठन के 100 से अधिक कार्यकर्ता स्टेशन पहुंच गए। स्टेशन प्रबंधक प्रदीप सिंह को खबर मिली तो वे भी पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक बाद में रेलवे के कर्मचारी को पता चला कि जिन पर उन्होंने डंडा उठाया वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री है। इस पर रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी को माफी मांगनी पड़ी और रात्रि 11ः30 बजे केएन रघुनंदन को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से बर्थ कन्फर्म करवाकर अगले स्टेशन के लिए रवाना किया गया।