आनंदपाल एनकाउंटर: राजपूतों का प्रदर्शन हिंसक हुआ, कई गाड़ियां फूंक दीं

नई दिल्ली। राजस्थान में गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर मामला अब पेचीदा हो गया है। दोबारा पीएम और सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे राजपूत समाज के लोग अब हिंसक हो गए हैं। सीकर में गाड़ियों में आग लगा दी। जोधपुर में दुकानों में तोड़-फोड़ की है। बीकानेर, प्रतापगढ़, अजमेर समेत दर्जन भर शहरों में इसी तरह के हिंसक प्रदर्शन हुए। शव के अंतिम संस्कार को लेकर गतिरोध पांचवें दिन भी जारी है। परिजन अभी भी आनंदपाल एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने और दोबारा एम्स के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। आनंदपाल के गांव में बड़ी संख्या में राजपूतों का जमवाड़ा बना हुआ है, जहां प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है।

राजस्थान के दूसरे शहरों में राजपूत प्रदर्शनकारी हिंसक होते जा रहे हैं। सीकर में जहां गाड़ियों में आग लगा दी। वहीं जोधपुर में दुकानों में तोड़-फोड़ की है। बीकानेर, प्रतापगढ़, अजमेर समेत दर्जन भर शहरों में आनंदपाल के एनकाउंटर को फर्जी बताकर सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन चल रहा है। एहतियात के तौर पर पुलिस ने अब तक 120 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आनंदपाल की मां ने कोर्ट में लगाई याचिका
उधर पुलिस लगातार शव लेने की चेतावनी दे रही है और नहीं लेने पर दाहसंस्कार करने की चेतावनी दे रही है। हालांकि पुलिस द्वारा दिए गए नोटिस के गुरुवार को 24 घंटे सुबह 11 बजे पूरे हो गए। मगर परिवार ने शव नहीं लिया है। इसी दौरान आनंदपाल की मां की लिखित याचिका एपी सिंह ने चुरू के कोर्ट में लगाई गई है और पुलिस के दिए गए नोटिस का जवाब भी दिया गया है।

याचिका में एम्स के 5 डॉक्टरों के बोर्ड से वीडियोग्राफी के साथ शव का दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग की गई है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होने के बाद फैसला आना बाकी है। उधर चुरु में भारी सुरक्षा में अस्पताल के मोर्चरी में आनंदपाल का शव रखा हुआ है।

आनंदपाल के परिवार का अनशन
इसके बावजूद आनंदपाल का परिवार अपनी उसी मांग पर अड़ा हुआ। गुरुवार को आनंदपाल की मां निर्मल कंवर फिर मीडिया के सामने आई और कहा कि पिछले 5 दिन से उनका परिवार कुछ भी खाए पिए बिना बैठा है। उन्होंने कहा कि वे खुद अनशन कर बैठी है, जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका परिवार ऐसे ही खाए पिए बिना रहेगा।

एम्स से डॉक्टरों से पोस्टमार्टम की मांग
उन्होंने कहा कि अगर परिवार को कुछ होता है तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी, आनंदपाल के लीगल एडवाइजर और सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के सांवराद आने के बाद और उनकी पुत्री योगिता सिंह द्वारा मीडिया के सामने आकर दिल्ली के एम्स से पोस्टमार्टम की दोबारा मांग के बाद मामला और उलझ गया है।

इधर सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है। एनकाउंटर को लेकर तरह-तरह की फोटो ऑडियो और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसका खंडन करते हुए नागौर एसपी ने कहा कि लोगों में जिस तरह भ्रम फैला कर इस एनकाउंटर पर प्रश्न चिन्ह लगाया जा रहा है। यह सरासर गलत है और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

सोशल मीडिया पर फोटो वायरल
एसपी परिस देशमुख ने प्रेस नोट जारी कर एनकाउंटर के दिन मीडिया में चली दो अलग-अलग फोटो के बारे में खुलासा हुआ करते बताया कि एक फोटो जो टीवी चैनल पर एनकाउंटर के बाद से चलाई जा रही है। वह फोटो भूपेंद्र पाल उर्फ विक्की की है, जिसको पुलिस ने पकड़ा था और मीडिया ने उसी फोटो को आनंदपाल की बताकर चलाया, जिससे भ्रम फैल रहा है जबकि आनंदपाल की एनकाउंटर के बाद जो फोटो है वह असली ग्रे टी शर्ट में है।

देशमुख ने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर आई हुई फोटो की पुष्टि के बाद ही फोटो या वीडियो को चलाएं। फोटो या वीडियो को चला कर भ्रामक प्रचार ना करें, क्योंकि मीडिया में आई हुई फोटो या वीडियो पर लोग विश्वास करते हैं।

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