देहरादून। उत्तरकाशी जिले में पड़ने वाले यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर गंदगी से बचने के लिए प्रशासन की अब घोड़े-खच्चरों को डाइपर पहनाने की योजना है। जानकीचट्टी से यमुनोत्रीधाम तक जाने के लिए 5 किमी की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जिसके लिए यात्री घोड़े इस्तेमाल करते हैं। यात्रियों और घोड़े खच्चरों के चलने का एक ही पैदल रास्ता है, जो बेहद संकरा है। सामान और यात्रियों को ले जाते समय घोड़े खच्चर जगह-जगह लीद करते हैं, जिससे पैदल चल रहे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या का समाधान निकाला गया है। सरकार अब घोड़े-खच्चरों को डाइपर पहनाएगी ताकि रास्ते में गंदगी ना हो।
पुरानी रंगत में लौटने वाली हैं नैनीताल की झीलें
नैनीताल की झीलें अपनी पुरानी रंगत में लौटने वाली हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद झीलों की सफाई का काम शुरु हो गया है. इसके लिये लोक निर्माण विभाग ने 50 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है. झीलों के साथ साथ शहर के नालों की भी सफाई की जा रही है.
झील को कोई नुकसान न हो इसके लिये जेसीबी मशीन की बजाए मजदूरों से काम लिया जा रहा है. पूरे सफाई अभियान की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जा रही है. जिला प्रशासन की कोशिश है कि बरसात से पहले सफाई का काम खत्म कर लिया जाए.