MP की महिला का शव गायब, संतोषी बाई के ताबूत से निकली सायरा बाई

इंदौर। चारधाम यात्रा को गए तीर्थयात्रियों की उत्तरकाशी में हुई एक्सीडेंटल डेथ के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। हादसे में कुल 24 लोगों की मौत हुई थी। इसमें उत्तराखंड के ड्राइवर कंडक्टर भी शामिल थे। सीएम शिवराज सिंह ने विशेष विमान से मप्र के 22 शवों को बुलवाया। सरकारी अफसर 22 शव लेकर भी आए लेकिन यहां आकर पता चला कि संतोषी बाई का शव गायब है। जिस ताबूत पर संतोषी बाई लिखा था, उसमें सायरा बाई का शव निकला। अब सवाल यह है कि संतोषी बाई का शव कहां हैं और सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब 22 शव लाए गए और संतोषी बाई का शव लापता है तो अधिकारी एक अतिरिक्त शव किसका उठा लाए। 

उत्तरकाशी हादसे में इंदौर से सटे बेटमा में रहने वाली संतोषी बाई सहित 22 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को विशेष विमान से सभी के शव इंदौर लाने के बाद परिजनों को सौंप दिए गए। संतोषी बाई के परिजनों को सौंपे गए ताबूत पर नाम तो सही लिखा था, लेकिन अंदर शव किसी और महिला का था।

परिजनों ने शव की गलत शिनाख्त करने पर हंगामा शुरू कर दिया। तभी दूसरे गांव से आए लोगों ने शव की पहचान सायरा बाई के रूप में की। मौके पर मौजूद प्रशासन के अफसरों ने दोबारा पंचनामा बनाकर सायरा बाई के शव को उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया, जबकि संतोषी बाई के शव की तलाश की जा रही है।

इसके पूर्व उत्तरकाशी में एक बस दुर्घटना में मारे गए 22 तीर्थयात्रियों के शव एक विशेष विमान के जरिए गुरुवार को मध्यप्रदेश के इंदौर पहुंचे। इस विमान में एक मेडिकल टीम की देखरेख में छह घायल यात्री भी सवार थे।

इंदौर का यह समूह वार्षिक चारधाम यात्रा पर गया था। इस दौरान यात्रियों की बस गंगोत्री के पास नालूपानी में एक गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में 24 लोग मारे गए, जिसमें चालक व कंडक्टर भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड से थे। मृतकों में 15 इंदौर के रहने वाले और सात धार जिले के रहने वाले थे।

इस माह की 12 तारीख को चारधाम यात्रा पर निकले मध्य प्रदेश के ये श्रद्वालु यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन कर चुके थे जबकि केदारनाथ जाने के लिए हरिद्वार आते समय उनकी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

मध्यप्रदेश सरकार ने शवों को वापस लाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। शवों को पहले ट्रेन से लाने की तैयारी थी, लेकिन देहरादून पहुंचने में देरी की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका। इसके बाद बसों से शव को लाने का फैसला लिया, जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान काफी नाराज हो गए।

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