मनी लॉन्ड्रिंग केस में लालू की बेटी का CA गिरफ्तार

नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीएम) राजेश अग्रवाल को एन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट ने अरेस्ट कर लिया है। इस मामले में शेल कंपनियों के कारोबारी बीरेंद्र जैन और सुरेंद्र कुमार जैन की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। फिलहाल वो जेल में हैं। उन पर कई हाई-प्रोफाइल लोगों की ब्लैकमनी को व्हाइट करने का आरोप है। ईडी को शक है कि जैन ब्रदर्स ने करीब 8000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग की है। 

ईडी का आरोप है कि जैन ब्रदर्स ने ही मीसा को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए दिल्ली के बिजवासन में करीब डेढ़ करोड़ का फार्म हाउस दिलाया। राजेश अग्रवाल को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। उसने कथित रूप से कई हाई-प्रोफाइल लोगों की हवाला में पैसा लगाने में मदद की थी।

बता दें कि लालू यादव और उनके परिवार के कथित कारोबार से जुड़े दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा और रेवाड़ी के 22 ठिकानों पर पिछले मंगलवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापे मारे थे। बताया जाता है कि इसमें कई अहम दस्तावेज मिले थे। सूत्रों के मुताबिक, ये छापे 1,000 करोड़ रुपए के बेनामी संपत्ति सौदों के आरोपों के मद्देनजर मारे गए थे। इस मामले में जैन ब्रदर्स को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी ने गुरुवार को उनके खिलाफ दिल्ली की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।

65.82 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच
जैन ब्रदर्स की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने दिल्ली में भट्टी गांव के पास उनकी करीब 1.14 करोड़ रुपए कीमत की एक जमीन भी अटैच की थी। अब तक इस केस में 65.82 करोड़ रुपए कीमत की प्रॉपर्टी अटैच की जा चुकी है। ईडी इस मामले में 90 शेल कंपनियों की पहचान कर चुकी है। इनमें से 26 कंपनियों के जरिए 62.20 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की गई।

जैन ब्रदर्स पर क्या है आरोप?
जैन ब्रदर्स पर आरोप है कि उन्होंने मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार की बंद पड़ी कंपनी मीशैल पैकर्स के 10 रुपए मूल्य के 1 लाख 20 हजार शेयर 90 रुपए प्रीमियम पर खरीदे। फिर इस पैसे का इस्तेमाल दिल्ली के बिजवासन में 1.41 करोड़ रुपए में 3 एकड़ का फार्म हाउस खरीदने में किया गया। ईडी के मुताबिक, जैन ब्रदर्स पर नेताओं और उनके परिवार वालों की ब्लैकमनी को शेल कंपनियों के जरिए लीगल करने के एवज में कमीशन लेने का आरोप है। ईडी ने इस फार्म हाउस को भी जब्त कर लिया है।

BJP ने क्या आरोप लगाए थे?
1.आईटी के छापों से एक हफ्ते पहले बीजेपी ने लालू यादव, बेटी मीसा भारती, बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप पर बेनामी प्रॉपर्टी रखने के आरोप लगाए थे। केंद्र से जांच की मांग भी की थी।
2.केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि ये ट्रांजैक्शन और प्रॉपर्टी की खरीद उस वक्त हुई, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। नीतीश कुमार को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। लालू की राजनीति लूट की राजनीति हो गई है। 
3.ईडी के मुताबिक, बिहार के अलावा, दिल्ली के बिजवासन में फर्जी कंपनियों के जरिए जमीन खरीदी गई। यादव फैमिली की ये कंपनियां उनके ऑफिशियल ऐड्रेस पर दर्ज हैं। कंपनियों में कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ, न ही कोई इम्पलॉई है। ये सिर्फ बेनामी जमीन सौदों के लिए बनाई गईं।
4.सुशील मोदी ने भी पटना के सबसे बड़े अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल को लेकर गड़बड़ियों के आरोप लगाए थे। उनका दावा था कि मॉल की मिट्टी गलत तरीके से चिड़ियाघर को बेची गई।

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