सिहोरा/जबलपुर। जिले के गोसलपुर थाना अंतर्गत दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां पर सुबह घर से अपने दो बच्चों के साथ निकली महिला अचानक ही रास्ते में बस से उतर गई, जिसके बाद सड़क किनारे नहर में दोनों बच्चों को करीब आठ फ़ीट की ऊंचाई से फेकने के बाद खुद भी आत्महत्या करने के लिए नहर में कूद गई, जिसे राह चलते लोगों ने डूबने से बचा तो लिया लेकिन महिला के दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी। जब दोनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम होने के बाद घर पहुंचे तो बीमार पड़ी दादी की भी सदमे में मौत हो गई। अभी तक इस घटना की वजह सामने नहीं आई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गोसलपुर थाना के ग्राम पोंड़ी (पिपरिया) में सुबह करीब साढ़े 10 बजे के करीब अनीता पति राजेन्द्र चक्रवर्ती (30 वर्ष) दुबयारा गांव की निवासी ने अपने दो बच्चे अभिषेक (5 वर्ष), आनन्द (3 वर्ष) के साथ बस से उतर गई, जो बच्चों को लेकर नर्मदा नहर के पुल पर ले गई और दोनों बच्चों को करीब आठ फ़ीट की ऊंचाई से नहर में फेंक दिया और खुद भी नहर में आत्महत्या करने के लिये कूद गई।
राह चलते लोगों ने देखते ही बचाने के लिये प्रयास किया तब तक दोनों बच्चे अभिषेक और आनन्द की मौत हो चुकी थी लेकिन महिला को राहगीरों ने बचा लिया। महिला को बचाने के बाद भीड़ जमा हो गई तभी लाइटर से बीड़ी जला रहे युवक से लाइटर झटककर खुद को आग लगाने की कोशिश भी महिला ने की। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई लेकिन पुलिस के पहुंचने तक महिला ने काफी देर तक मानसिक कमजोर होने जैसे ड्रामा करती रही। पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा। तो इस सदमे में बच्चों की बीमार दादी रामकली (57वर्ष) की भी मौत हो गयी।
बस से लेकर आई बच्चे
अनीता चक्रवर्ती ग्राम दुवयारा से सुबह दस बजे की बस से दोनों बच्चे अभिषेक और आनन्द को लेकर घर से निकली थी जो दुबयारा से करीब नौ किमी की दूरी पर बस से उतर गई और दोनों बच्चों को नर्मदा नहर में फेंक दिया था और खुद भी आत्महत्या करने के लिये नहर में कूद गई थी, जो खुद तो बच गई लेकिन दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।