बरेली। लड़का और लड़की दोनों 10वीं के स्टूडेंट हैं। दोनों की उम्र 16 साल। दोनों के बीच प्यार हुआ। रोज की तरह वो स्कूल आए लेकिन उनके स्कूल बैग में किताबों के साथ कुछ और भी था। वो स्कूल ग्राउंड में गए। मोमबत्ती जलाई, 7 फेरे लिए, लड़के ने लड़की की मांग भरी, मंगलसूत्र पहनाया और शादी हो गई। इसके बाद दोनों अपनी अपनी क्लास में चले गए। यह अनोखी शादी देश भर की सुर्खियां बन गई।
बरेली के एक प्रतिष्ठित स्कूल में कच्ची उम्र में फिल्मी शादी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपकों यकीन करना मुश्किल होगा। दसवीं के छात्र और छात्रा ने स्कूल के ही मैदान के मोमबत्ती की रोशनी को साक्षी मानकर इसके सात फेरे लिए। इसके बाद छात्र ने छात्रा को ना सिर्फ मंगलूत्र पहनाया बल्कि उसकी मांग में सिंदूर भी भर दिया। लेकिन छात्रा की मांग सिंदूर देखकर सहपाठियों को शक हुआ, जिसके बाद छात्रों ने स्कूल की टीचर को इस बारे में जानकारी दी। लेकिन इस बारे में सुनकर स्कूल के शिक्षकों के होश उड़ गए जिसके बाद दोंने ही बच्चों को स्कूल के प्रिंसिपल के पास लाया गया।
बच्चों को इस बात पर यकीन नहीं था कि उनकी शादी की जानकारी स्कूल को पता चल जाएगी लेकिन इसकी जानकारी मिलने के बाद बच्चों के माता-पिता को स्कूल बुलाया गया और इस बारे में जानकारी दी गई। लेकिन स्कूल आने के बाद बच्चों के माता-पिता ने अपना आपा खो दिया और बच्चों पर बरस पड़े जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने इन्हें समझाया और बच्चों की काउंसलिंग कराई गई। यहां गौर करने वाली बात यह है कि स्कूल का नाम सामने आने के बाद स्कूल ने बच्चों के माता-पिता को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।
स्कूल ने बच्चों के माता-पिता से सवाल किया है कि कैसे आपको अपने बच्चों के बारे में जानकारी नहीं है। स्कूल ने नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि कैसे आपको बच्चों के प्रेम संबंध के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि कैसे स्कूल में कक्षा के शुरु होने से पहले ही बच्चे वहां पहुंचे और परिसर में शादी की। इन बच्चों ने एक बच्चे को यहां गवाह के तौर पर खड़ा किया और उसके सामने मोमबत्ती की रोशनी में सात फेरे लिए।