भगवान सूर्य नारायण वृषभ राशि मे प्रवेश कर चुके है। सूर्य के साथ मंगल महाराज पहले से ही वृषभ राशि मे विद्यमान है जो की 26मई तक रहेंगे। इस समय उच्च राशि के शुक्र वृषभ राशि के सूर्य मंगल पर गुरु की दृष्टि का प्रभाव है। आइये देखते है इसका विश्वस्तर मे प्रभाव तथा सभी राशियों मे विश्लेषण।
विश्वस्तर मे शांति के प्रयास होंगे।समझौता वार्ता द्वारा खुशहाली के कार्य होंगे। स्त्री जाति के लिये शुभ कार्य होगा।कला के क्षेत्र के लिये शुभ समय। पर्यटन के क्षेत्रों मे विस्तार का योग। राजकीय क्षेत्रों मे आपसी सुलह और शांति वार्ता के योग। राज्यपक्ष को आध्यात्मिक कृपा का योग।
सभी राशियों के लिये फल
*मेष*-धन लाभ के योग प्रबल।पर्यटन आदि मे समय बीतेगा।राज्य से लाभ का योग।
*वृषभ*-आमदनी के स्त्रोत अच्छा लाभ देंगे।मान सम्मान की वृद्धि होगी।शुभ समय।
*मिथुन*-क्रोध अहंकार आदि से बचें।अग्नि से सावधान रहें।यात्रा टाले।
*कर्क*-कर्मक्षेत्र मे विशेष सफलता के योग।धन लाभ के श्रेष्ठ योग।शुभ समय।
*सिंह*-राज्य मे अधिकार वृद्धि का योग।नौकरी रोजगार के लिये श्रेष्ठ समय।शुभ समय।
*कन्या*-यात्रा आदि मे समय बीतेगा।परिवार मे मांगलिक कार्यों का योग।विवाह सम्बन्धों के लिये शुभ समय।
*तुला*-अग्नि तथा विधुत उपकरणों से सावधानी बरतें।यात्रा को स्थगित करें।क्रोध से दूर रहें।समय निकालें।
*वृश्चिक*-बेहतरीन समय।मान सम्मान की वृद्धि होगी।आमदनी के स्त्रोत लाभ देंगे।वरिष्ठ लोग कृपा करेंगे।
*धनु*-रोग ऋण शत्रु परास्त होंगे।कार्यभार बडेगा।मानसम्मान मे वृद्धि का योग।
*मकर*-आनंददायक यात्रा का योग।भवन वाहन सम्पत्ति के कार्यों मे सफलता के योग।
*कुम्भ*-संचित धन वृद्धि का योग।आमदनी के स्त्रोत श्रेष्ठ लाभ देंगे।कर्मक्षेत्र मे शुभ कार्यों का योग।
*मीन*-वरिष्ठ जातक कृपा करेंगे।सुंदरता खूबसूरती के कार्यों मे मन लगेगा।
*पंडित चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"*9893280184,7000460931