75% से ज्यादा लाने वाले 12वीं के सभी छात्रों की हायर एजुकेशन फीस सरकार भरेगी: SHIVRAJ SINGH

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ निवास पर दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा की। उन्होंने मेरिट में स्थान पाने वालो विद्यार्थियों का सम्मान किया और उन्हें बधाई दी। श्री चौहान ने कहा कि जो बच्चे 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाये हैं और इनका प्रवेश राष्ट्रीय शिक्षण संस्थानों में होता है तो उनकी फीस सरकार भरेगी चाहे वे किसी भी वर्ग के हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को कभी निराश नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों के सामने मध्यप्रदेश को नंबर वन बनना देखना चाहते हैं। जो विद्यार्थी 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाये हैं उन्हें लेपटॉप दिया जायेगा। मेघावी बच्चों के शिक्षकों को सम्मानित किया जायेगा। इसके लिये अलग से सम्मान कार्यक्रम होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों से बेहतर रहा है। उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री और अधिकारियों, शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे गांवों, शहरों के बच्चों ने कमाल कर दिया। बेटियां सबसे आगे हैं। हाई स्कूल की परीक्षा में 40 प्रतिशत बच्चे प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षण की गुणवत्ता बढ़ी है। बारहवीं में 27 प्रतिशत बच्चों को प्रथम श्रेणी मिली है।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को मार्कशीट लेने, डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाने, पूरक परीक्षा के फार्म भरने, पुनर्गणना करने जैसी सुविधाओं के लिये एप का शुभारंभ किया।

श्री चौहान ने कहा कि शहडोल जिला सबसे आगे रहा है। रतलाम और उज्जैन का परिणाम 98 प्रतिशत रहा है। नकल माफिया पर पूरी तरह नियंत्रण किया गया। पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं निर्विघ्न हुई । मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण सत्र 2017-18 से दसवीं में एन.सी.सी. पाठयक्रम अनिवार्य रूप से लागू किया जायेगा। शैक्षणिक सत्र 2018-19 से ग्यारहवीं और 2019-20 से 12 वीं में लागू किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि स्कूलों में फर्नीचर की सुविधा देने के लिये 30 करोड़ का बजट माध्यमिक शिक्षा मंडल उपलबध करायेगा। वर्ष 2017-18 से नवमीं और दसवीं में बेस्ट आफ फाइव पद्धति से परीक्षा परिणाम बनाया जायेगा। भोपाल में दस करोड़ की लागत से आधुनिक लाइब्रेरी बनेगी।

उन्होंने कहा कि बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों का सम्मान किया जायेगा लेकिन जिनकी स्कूल में उपस्थिति 70 प्रतिशत से कम होगी, उन पर “काम नहीं-वेतन नहीं' के आधार पर कार्रवाई की जायेगी। इस शिक्षण सत्र से एन.सी.ई.आर.टी. का पाठयक्रम लागू किया जायेगा। हर संभाग में योग शिक्षा लागू की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के किसी कारण से अपेक्षानुरूप परिणाम नहीं आयें उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। उनके लिये 'रूक जाना नहीं' योजना बनाई गई है।

स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि प्रदेश में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। भोपाल के टी.टी. नगर स्थित मॉडल सकूल में 100 कम्प्यूटर की लैब स्थापित की जायेगी। एयर कंडीशन-हाल, ई-लाइब्रेरी एवं खेल मैदान बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसी विद्यालय में मुख्यमंत्री की शिक्षा-दीक्षा हुई थी।

उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के परीक्षा परिणाम अपेक्षानुरूप नहीं आये हैं उनके लिये रुक जाना नहीं योजना में जून में परीक्षा होगी। किसी विद्यार्थी को निराश होने की जरूरत नहीं है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष श्री एस. आर. मोहंती ने बताया कि शिक्षा में पूरी पारदिर्शता लाई गई है। परीक्षाएं बिना किसी बाधा के हुई हैं। पहली बार एक साथ दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं का परिणाम घोषित हुआ है।

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