भोपाल। मध्यप्रदेश में अब सरकारी स्कूल 1 जून से खुलेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश में एक जून से शैक्षणिक सत्र शुरू करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेज दिया है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद इसे इसी सत्र से लागू कर दिया जाएगा। करीब एक महीने पहले लोक शिक्षण संचालनालय ने इस व्यवस्था को सीधे ही लागू कर दिया था, जिसे बाद में स्थगित किया गया। अभी 16 जून से नया सत्र शुरू होता है। विभाग ने एक जुलाई से व्यवस्थित तरीके से पढ़ाई शुरू करने के लिए यह प्रयास किया है। अफसरों का मानना है कि दीगर कामों की वजह से सत्र शुरू होने के दो से ढाई महीने बाद भी स्कूलों में पढ़ाई ठीक से शुरू भी नहीं हो पाती है। इसलिए शैक्षणिक सत्र में परिवर्तन जरूरी है।
सूत्र बताते हैं कि संचालनालय पहले 15 अप्रैल से सत्र शुरू करने के पक्ष में था। ये प्रस्ताव शासन को भेजा भी गया, लेकिन समय से निर्णय नहीं हो पाया। लिहाजा, संचालनालय ने अपने ही स्तर पर एक जून से सत्र शुरू करने का निर्णय लेकर आदेश जारी कर दिए थे। इसे वरिष्ठ अफसरों की नाराजगी पर स्थगित करना पड़ा। अब विभाग के मंत्री विजय शाह की मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव सीएम सचिवालय भेज दिया गया है। अमरकंटक में प्रधानमंत्री के दौरे के बाद मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव पर निर्णय लेंगे।
ताकि व्यवस्थागत कार्य पहले हो जाएं
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल और राज्य शिक्षा केंद्र से संबद्ध स्कूलों का शैक्षणिक सत्र तो 16 जून से शुरू होता है, लेकिन पढ़ाई सितंबर से ही शुरू हो पाती है। बीच का ढाई महीना शिक्षकों की ट्रेनिंग, छात्रवृत्ति, किताब, साइकिल, ड्रेस वितरण, स्कूलों की सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं जमाने में गुजर जाता है। अगस्त में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी पढ़ाई नहीं होने देती है।
सुधार आएगा
एक जून से नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू करने का प्रस्ताव है। इससे शैक्षणिक स्तर में सुधार आएगा।
दीपक जोशी, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री