थाने में मिला कबाड़, नशे में टल्ली थे पुलिसवाले, बौखलाए SP, 3 सस्पेंड | KUNDAM POLICE STATION

जबलपुर। थाना है या कबाड़खाना, क्या हालत बनाकर रखी है। व्यवस्थाएं सुधारो, इससे पब्लिक में पुलिस की इमेज खराब होती है। दोबारा ऐसा पाया गया तो पूरा थाना जिम्मेदार होगा। ये बातें एसपी एमएस सिकरवार ने शनिवार को कुंडम थाने का हाल देखने के बाद गुस्से में कहीं। एसपी अभी थाने का हाल देख ही रहे थे कि तभी उन्हें शराब की तेज गंध आई। इस पर उन्होंने पास ही खड़े एक प्रधान आरक्षक से पूछा ये बदबू कहां से आ रही है, तो नशे में धुत्त आरक्षक यह भूल गया कि उसके सामने कौन खड़ा है और उसने बड़ी ही बेबाकी से अपने तीन अन्य सहकर्मियों की ओर इशारा करते हुए कहा-साहब...मैंने पार्टी दी थी, हम चारों ने शराब पी है। ड्यूटी पर तैनात आरक्षकों की हालत और दुस्साहस देख एक पल को एसपी हैरान रह गए। उन्होंने तत्काल चारों प्रधान आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया। वहीं, थाने का काम प्रभावित न हो इसलिए पुलिस लाइन से अन्य कर्मचारियों को कुंडम थाने में भेजा गया है।

यह रहा थाने का नजारा
दोपहर 2.30 बजे एसपी कुंडम थाने पहुंचे। जहां उन्होंने थाने के अंदर घुसते ही टीआई से लोकल क्राइम, रोजनामचा, हिस्ट्रीशीटरों के बारे में जानकारी मांगी। जिसकी जानकारी से वह असंतुष्ट दिखे। इसके बाद वह पुलिसकर्मियों को सुधारने के निर्देश देते हुए थाने में भ्रमण करने लगे। जहां उन्होंने देखा कि सभी तरफ कबाड़ फैला हुआ था। थाने में चारों तरफ गंदगी फैली थी। यह देख एसपी का पारा चढ़ गया। उन्होंने थाने की सफाई कराने का निर्देश देते हुए कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई।

पूरे रिकार्ड का बेड़ा गर्क कर दिया
थाने की बदहाल स्थिति देख एसपी ने यहां रखी विजिटर डायरी में नोट लिखा। इसमें उन्होंने लिखा यह थाना नहीं कबाड़खाना है। यहां काम करने वाले कबाड़ी के जैसे हैं। इन्होंने पूरे रिकार्ड का बेड़ा गर्क कर दिया है।

इन शराबी पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
एसपी के निरीक्षण के दौरान कुंडम थाने में शराब के नशे में मिले प्रधान आरक्षक प्रदीप तिवारी, डी खाखा, राजेन्द्र पटेल, धीरेन्द्र सिंह को निलंबित किया है। इनके खिलाफ जांच के आदेश भी एसपी ने दिए हैं। इसके बाद इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है।

जनता दरबार में पूछी समस्याएं
थाने की जांच के बाद एसपी ने गांव में जनता का दरबार लगाया। जहां तीन गांव से लोग आए और उन्होंने अपनी समस्याएं बताई। साथ ही गांव को आदर्श गांव कैसे बनाया जा सकता है, इस पर चर्चा की गई। इसके लिए भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

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