गोरक्षकों पर आतंकी संगठन की तरह प्रतिबंध लगाने याचिका: SC का नोटिस

अलवर/राजस्थान। अलवर में कथित गो-तस्कर की पिटाई से हुई मौत का मामला गरमाता जा रहा है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने गोरक्षकों पर लगाम लगाने की मांग को लेकर दायर पिटीशन पर सुनवाई की। कोर्ट ने केंद्र समेत 6 राज्यों-राजस्थान, गुजरात, यूपी, झारखंड, कर्नाटक और महाराष्ट्र की सरकारों को नोटिस जारी कर 3 हफ्ते में जवाब तलब किया है। कोर्ट ने कहा है कि क्यों न ऐसे गोरक्षकों के ग्रुप पर बैन लगा दिया जाए। मामले की अगली सुनवाई अब 3 मई को होगी। उधर, अपोजिशन ने इस मामले को लेकर आज राज्यसभा में फिर हंगामा किया। 

सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस लीडर शेहजाद पूनावाला की पिटीशन की सुनवाई पर यह कहा। पिटीशन में गोहत्या और गो-तस्करी पर हुई हिंसा से जुड़े 10 मामलों का जिक्र किया गया है। इसमें अलवर कांड भी शामिल है। इसके अलावा, 2015 में यूपी में हुए दादरी कांड और गुजरात के ऊना में पिछले साल दलितों पर हुए हमले का भी जिक्र है। पिटीशन में गोरक्षक दलों की तुलना आतंकी संगठन सिमी से करते हुए कहा गया है कि माइनॉरिटीज और दलितों के बीच ऐसे गोरक्षक दलों का बहुत खौफ है, इसलिए उन पर उसी तरह बैन लगाया जाना चाहिए जैसे सिमी पर लगाया गया था।

12 पसलियां टूट गई थी, फेफड़े में खून जमने से हुई थी मौत
उधर, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि अलवर में गो-तस्करी के आरोपी पहलू खां (50) की मौत छाती और पेट में अंदरूनी चोट आने से हुई थी। उसकी छाती की सभी 12 पसलियां टूट गई थीं। फेफड़ों में खून भी जमा हो गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई। पिटाई की घटना 1 अप्रैल की शाम हुई थी। कथित गोरक्षकों ने गो-तस्करी का आरोप लगाते हुए हाईवे पर दो जगहों पर 6 वाहनों को रोककर 15 लोगों को पकड़ा था। इनमें से पांच लोगों की पिटाई की गई थी। घायल लोगों में हरियाणा के जयसिंहपुरा निवासी पहलू खां की हालत गंभीर थी। उसे कस्बे के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां 3 अप्रैल को उसकी मौत हो गई थी।

चार अप्रैल को पोस्टमॉर्टम किया गया। मौत की सही वजह जानने के लिए पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी। यह रिपोर्ट पुलिस ने हासिल कर ली है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर के अंदरूनी भाग में गंभीर चोटें लगने से मौत होने की बात कही गई है।

फोटो से की जा रही है आरोपियों की पहचान
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अनेक स्थानों पर दबिश दी है। गिरफ्तार 3 लोगों को रिमांड पर लिया गया है। हाईवे पर गोवंश के साथ पकड़े गए लोगों की पिटाई करने वाले लोग कौन थे, इसकी पहचान पुलिस घटना की फोटोज से करा रही है। मौके पर लिए गए फोटोग्राफ्स पुलिस ने इकट्ठे कर लिए हैं। पिटाई करने वालों की पहचान के लिए पुलिस गांवों और वार्डों में जाकर लोगों को फोटो दिखा रही है, साथ ही उनके नाम और पते जानने की कोशिश कर रही है।

200 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है केस
मारपीट के मामले में नामजद करीब 12 लोगों सहित 200 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं।

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