भारतीय महिलाएं कम अट्रेक्टिव पुरुषों को डेट करना पसंद करतीं हैं

ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है जहां रिलेशनशिप में पुरुष और महिला दोनों ही हैंडसम और खूबसूरती की कसौटी पर खरे उतरते हों। कहीं पुरुष हैंडसम है तो महिला खूबसूरत नहीं और कहीं महिला खूबसूरत है तो पुरुष उनके मैचिंग का नहीं। जिसके बाद यही सोचने को मजबूर होना पड़ता है कि शायद प्यार अंधा ही होता है। वैसे तो फिजिकल ब्यूटी रिलेशनशिप में खास मायने नहीं रखती वहां प्यार, अंडरस्टैंडिंग की ज्यादा जरूरत होती है लेकिन अक्सर पाया गया है कि महिलाएं जानबूझकर ऐसे किसी पुरुष को डेट करती हैं जो उनकी तुलना में कम अट्रैक्टिव होते हैं आखिर इसके पीछे उनका क्या मकसद होता है ये जानेंगे।

इनसिक्युरिटी नहीं होती
महिलाएं ऐसे पुरुषों को डेट करने में या उनके साथ रिलेशनशिप में ज्यादा सिक्योर फील करती है जिनके लुक्स एवरेज होते हैं। ऐसे पुरुषों को वो इसलिए भी वो प्रायोरिटी पर रखती हैं जिससे हर कोई उन्हें एप्रोच करने की कोशिश नहीं करेगा और रिलेशनशिप में किसी तरह के लड़ाई-झगड़ों की कोई संभावना नहीं रहेगी। जानकर हैरानी होगी कि उनकी ये अजीबोगरीब सोच काफी हद तक काम भी करती है।
Other Reasons: खुश रहती हैं, नेचर दूसरी प्रायोरिटी होती है, ईमानदारी की गारंटी, खुद को आगे रखना।

खुश रहती हैं
महिलाएं मन ही मन इस बात को सोचकर खुश होती रहती हैं कि पार्टनर की अपेक्षा वो ज्यादा खूबसूरत हैं जिससे वो रिलेशनशिप को ज्यादा वक्त दे पाती हैं। पुरुषों का बात-बात पर पेंपर करना भी उन्हें खूब भाता है और वो खुलकर इस बात को स्वीकार भी करती हैं। लेकिन वहीं पुरुष इन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। महिलाओं की अपेक्षा पुरुष किसी भी रिलेशनशिप को लेकर ज्यादा सीरियस होते हैं।

नेचर दूसरी प्रायोरिटी होती है
महिलाएं ये दिखाती हैं कि उन्हें पुरुषों के लुक्स से ज्यादा उनका केयरिंग और शेयरिंग नेचर अट्रैक्ट करता है, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। किसी भी पुरुष से बात करने और फ्यूचर को लेकर उनकी प्लानिंग लुक्स से ही शुरू होती है। महिलाओं को बहुत ज्यादा अच्छा लगता है पार्टनर के साथ ही उनकी फैमिली, फ्रेंड्स सभी सिर्फ उनकी ही तारीफों के पुल बांधें। पुरुषों का कैरेक्टर और नेचर हमेशा से ही उनकी सेकंड प्रायोरिटी रहा है।

ईमानदारी की गारंटी
महिलाओं का ऐसा मानना होता है कि लुक्स वाइज एवरेज पुरुष ईमानदारी की कसौटी पर पूरी तरह से खरे उतरते हैं। साथ ही, रिलेशनशिप में किसी भी तीसरे के आने की कम से कम संभावना होती है। डिक्स, बार से लेकर फैमिली गैदरिंग तक में उनतक अप्रोच करने वालों की कमी होती है।

खुद को आगे रखना
महिलाएं चाहे शादी के पहले हो या बाद, किसी भी रिलेशनशिप में खुद को आगे रखना पसंद करती हैं। हर बात में उनका डिसिजन, उनकी राय बहुत मायने रखती है ऐसा उनका मानना होता है। और ये तभी पॉसिबल है जब जोड़ी 19-20 वाली हो। लेकिन ज्यादातर पुरुष इसकी परवाह किए बगैर हर बात में उनके राय जानने की कोशिश करते हैं।
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