सिंधिया की देखा देखी शिवराज सिंह ने भी दलित के यहां खाना खाया

ग्वालियर। अटेर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए यूं तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सारी तैयारियां बहुत पहले ही कर लीं थीं लेकिन कांग्रेस की ओर से ​ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आकर उनके पसीने निकाल दिए। इस बार शिवराज सिंह ने अपनी योजनाएं नहीं गिनाईं बल्कि विवादित बयान जारी किए। इधर सिंधिया ने अचानक दलित के घर ना केवल रात्रिविश्राम किया बल्कि भोजन भी किया। मजबूरन शिवराज सिंह को भी दलित के घर भोजन करने जाना पड़ा। अटेर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में 9 अप्रैल को वोटिंग होना है। इसके पहले कांग्रेस और भाजपा ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है। अटेर चुनाव में दोनों दलों का जोर दलित और पिछड़े वोट बैंक पर है। मुख्यमंत्री से लेकर सिंधिया तक ओबीसी और दलितों के घर जाकर भोजन कर रहे हैं।

पहले सिंधिया और अब CM ने किया दलित के घर भोजन
दो दिन पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया मायाराम जाटव के घर भोजन किया था। यहां सिंधिया ने रोटियां भी बेलीं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी भोजन करने दलित के घर पहुंच गए।मुख्यमंत्री गुरुवार की रात टीकरी गांव दलित किसान ख्याली जाटव के घर पहुंचे और भाजपा नेताओं के साथ बैठकर भोजन किया।

पिछड़े वर्ग को लुभाने का प्रयास
पिछड़ा वर्ग नाराज नहीं हो, इसके चलते सिंधिया खरीका गांव में पिछड़ा वर्ग के किसान सरमन सिंह कुशवाह के घर में भोजन किया। इस प्रकार भोजन की राजनीति को लेकर विधानसभा क्षेत्र में लोग कह रहे हैं कि हमारी किस्मत जोरदार है कि स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज ने घर आकर भोजन किया वहीं, महाराज घर में आए।

CM से लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने किया प्रचार
भाजपा की ओर से स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज ने मोर्चा संभाल रखा है और वे तीन दिन तक गांव-गांव घूमकर भाजपा प्रत्याशी अरविंद भदौरिया का प्रचार करते रहे। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से भी सबसे ज्यादा प्रचार ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे हैं। सिंधिया के अलावा कमलनाथ, और पूर्व स्पीकर मीरा कुमार सहित कई नेता यहां आ चुके हैं। कांग्रेस ने यहां विपक्ष के नेता रहे सत्यदेव कटारे के निधन के बाद उनके पुत्र हेमंत कटारे को मैदान में उतारा है और अब 9 अप्रैल को यहां मतदान होना है और 13 को परिणाम आ जाएगा।

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