रतलाम की कांग्रेस कमेटियां तत्काल प्रभाव से भंग, होशंगाबाद में भी विवाद

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अरूण यादव के निर्देश पर रतलाम शहर एवं जिला (ग्रामीण) कांग्रेस कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। उक्त जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटियों के जिला अध्यक्ष यथावत बने रहेंगे। उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी महामंत्री श्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने बताया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अरूण यादव की सहमति उपरांत उक्त जिला/ शहर कांग्रेस कमेटियों का सीमित आकार में शीघ्र ही गठन किया जायेगा। 

बता दें कि पार्टी के दो जिलों में गुटबाजी के चलते प्रदेश कांग्रेस में पिछले दो दिनों से जमकर बवाल मचा हुआ है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के खिलाफ उनके ही पठ्ठों ने रतलाम में ताल ठोक दी है। वहीं अरुण यादव के समर्थक होशंगाबाद जिला कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी प्रदेश महामंत्री चंद्रिका द्विवेदी से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है। रविवार को रतलाम में होटल गोल्डन टॉवर में एक बैठक हुई। बैठक का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता प्रमोद गुगालिया ने किया। बैठक में रतलाम में पार्टी के 6 पार्षदों सहित 40 प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल हुए।

सूत्रों की मानी जाए तो रतलाम शहर में पांच उप ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई थी। ये सब पदाधिकारी यहां के सांसद कांतिलाल भूरिया के करीबी बताए जाते हैं। बैठक में बताया गया कि कांग्रेस में उप ब्लॉक अध्यक्ष का पद ही नहीं होता है। इसके बाद भी अपने लोगों को पदाधिकारी बना दिया गया है। इतना ही नहीं बैठक में यह निर्णय लिया गया है सांसद भूरिया के कोई भी नेता मुलाकात नहीं करेगा। उनके कार्यक्रमों में शामिल नहीं होगा। उप ब्लॉक अध्यक्षों के पद रद्द करने का विरोध किया जाएगा। सासंद के फोटो वाला कोई होर्डिंग या विज्ञापन जारी नहीं करेंगे।

इनको बना दिया था उप ब्लॉक अध्यक्ष
गत दिनों सांसद भूरिया ने विजय सिंह चौहान, अरविंद सोनी, कमरूद्दीन कछवाय, शांतू गवली, सोनू व्यास को उप ब्लॉक अध्यक्ष बनवा दिया था। उप ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति के विरोध में रतलाम ब्लॉक अध्यक्ष मंसूर अली पटौदी ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं इस मामलें में कांतिलाल भूरिया से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनका मोबाइल आउट आॅफ कवरेज एरिया बता रहा था।

कौन है प्रमोद गुगालिया
प्रमोद गुगालिया कभी कांतिलाल भूरिया के सबसे करीबियों में शुमार माने जाते थे। गुगालिया को रतलाम से भूरिया की सिफारिश पर विधानसभा का टिकट भी मिला था। भूरिया के प्रदेश अध्यक्ष रहने के दौरान गुगालिया ही उनका अधिकांश काम संभालते थे। गुगालिया को भूरिया ने प्रदेश कांग्रेस का प्रवक्ता बनाया था। कुछ दिनों से भूरिया और गुगालिया में दूरियां हो गई है।

हटा दिए 40 पदाधिकारी
गत दिनों बावई में जनवेदना पंचायत आयोजित की गई थी। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी शामिल हुए थे। जनवेदना कार्यक्रम में जिला कांग्रेस के चालीस पदाधिकारी शामिल नहीं हुए। इसके चलते जिला अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने इन चालीस पदाधिकारियों की संगठन से छुट्टी कर दी। यह बात प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री चंद्रिका द्विवेदी तक पहुंची। उन्होंने इस संबंध में पुष्पराज सिंह से सवाल-जवाब कर लिए। यह बात पुष्पराज सिंह को बुरी लगी और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

यहां भी हो गया विवाद
उधर होशंगाबाद में भी कांग्रेस नेताओं में आपसी विवाद के बाद जिला अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। दरअसल उन्होंने प्रदेश महामंत्री चंद्रिका द्विवेदी द्वारा भेजे गए एक शोकाज नोटिस से नाराज होकर यह कदम उठाया है। 
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मैंने इस्तीफा दिया है। प्रदेश अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे मंजूर है। मैंने अपने दो पेज के इस्तीफे में कारण भी लिखे हैं। इस्तीफा देने के बाद भी मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा।
पुष्पराज सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष, होशंगाबाद

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