महाराष्ट्र के चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर एवं उनकी पत्नी पर दलित संगठन का हमला

औरंगाबाद। महाराष्ट्र के चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर रत्नाकर गायकवाड़ और उनकी पत्नी के साथ सोमवार दोपहर कुछ लोगों ने यहां मारपीट कर दी। गायकवाड़ पर हमला करने वाले खुद को भारिपा बहुजन महासंघ के कार्यकर्ता बता रहे थे। मारपीट करने वालों का आरोप है कि, गायकवाड़ ने बाबा साहब के भवन के रिकंस्ट्रक्शन के नाम पर उनकी निशानियों को नुकसान पहुंचाया है। औरंगाबाद पुलिस के मुताबिक, सोमवार दोपहर रत्नाकर अपनी पत्नी के साथ शुभेदारी गेस्ट हाउस के पार्क में बैठे थे, तभी उनके साथ मारपीट की गई। 

हमले में गायकवाड़ सीने पर चोट लगी है। भारिपा (भारतीय रिपब्लिकन पक्ष) बहुजन महासंघ के पूर्व नगरसेवक अमित भुइगल और कुछ पार्टी वर्कर्स पर हमले का आरोप है। बताया जा रहा है कि हमला करने वालों में भारिपा बहुजन महासंघ की दो महिला वर्कर्स भी थीं, जिन्होंने गायकवाड़ की पत्नी को पीटा। इस घटना के बाद गायकवाड़ और उनकी पत्नी को पुलिस सिक्युरिटी में गेस्टहाउस में रखा गया है। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं समेत छह लोगों को अरेस्ट किया है। बता दें कि भारिपा बहुजन महासंघ के चीफ डॉ. आंबेडकर के पोते प्रकाश अांबेडकर हैं।

विरोध की वजह क्या है?
डॉ. अांबेडकर ने पीपुल्‍स इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की स्थापना की थी। इसके तहत मुंबई के दादर में अांबेडकर भवन बनाया गया था। यह बिल्डिंग काफी पुरानी हो गई थी। सरकार ने इसकी जगह 17 मंजिल की नई बिल्डिंग बनाने का प्रपोजल दिया। इसके बाद से ही भवन के ट्रस्टी और बाबा साहब के परिवार वालों के बीच विवाद शुरू हो गया। डॉ. अंबेडरकर के तीनों पोते भीमराव, प्रकाश और आनंदराज रिकंस्ट्रक्शन प्रपोजल का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि रीकंस्ट्रक्शन के बहाने बाबा साहब की निशानियों को नुकसान पहुंचाया गया। 25 जून 2016 की रात दो बजे गायकवाड़ ने रीकंस्ट्रक्शन के लिए जर्जर हो चुके आंबेडकर भवन को तुड़वा दिया। तब से विवाद और बढ़ गया। रत्नाकर गायकवाड़ आंबेडकर भवन ट्रस्ट के एडवाइजर हैं। कहा जा रहा है कि इसी वजह से उनके साथ मारपीट की गई।

क्या कहना है गायकवाड़ का?
रत्नाकर गायकवाड़ ने बाबा साहब के फैमिली मेंबर्स पर गुंडागर्दी फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अांबेडकर के परिवार वालों को नए अांबेडकर भवन पर कब्जा चाहिए। ट्रस्ट इसे होने नहीं दे रहा, इसलिए वे ऐसी हरकतें कर रहे हैं। गायकवाड़ ने यह भी कहा कि, जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को कानूनन हटाया गया है और कानूनन इसका रिकंस्ट्रक्शन हो कर रहेगा।

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