भोपाल। भोपाल की केंद्रीय जेल में एक महिला कैदी के गर्भवती हो जाने की खबर आ रही है। इसे निशातपुर पुलिस ने पकड़ा था। यह महिला एक सेक्स रैकेट में शामिल थी। जब महिला को जेल दाखिल किया गया तब मेडिकल में वो गर्भवती नहीं थी। 2 माह जेल में रहने के बाद अब वो गर्भवती है। यह खुलासा जेल में हुए रूटीन चैकअप के दोरान हुआ है। सूत्रों के मुताबिक जेल प्रबंधन ने गुपचुप तरीके से हमीदिया अस्पताल में दो दिन पहले गर्भपात करा दिया। अब मामला उजागर हुआ तो जेल प्रबंधन की तरफ से तर्क दिया जा रहा है कि यह सारी प्रक्रिया महिला की मंजूरी मिलने के बाद न्यायालय के आदेश में की गई। गांधी नगर स्थित सेंट्रल जेल में हुई इस घटना को छुपाने के लिए अफसरों की तरफ से काफी प्रयास किए गए। इस ताजा विवाद ने जेल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार निशातपुरा पुलिस ने फरवरी में हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास से एक मकान में छापा मारकर तीन युवती और उनके ग्राहकों को दबोचा था। पुलिस को 25 मोबाइल फोन, 22 हजार रुपए, एक बोलेरो, चार बाइक और अन्य सामान मिला था।
अगले दिन 11 फरवरी को पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। इसके पहले पुलिस ने आरोपियों का मेडिकल टेस्ट कराया था। जेल प्रबंधन ने दूसरे दिन सेक्स रैकेट में पकड़ी गई सभी महिलाओं का मेडिकल टेस्ट कराया था। इनमें प्रेग्नेंसी टेस्ट भी शामिल था। गिरफ्तार सभी महिलाओं की रिपोर्ट उस वक्त नेगेटिव आई थी।
गिरफ्तार कॉल गर्ल्स में से तीन पंजाब प्रांत के पठानकोट शहर से आई थी। इन्हीं में से एक युवती के जेल में रूटीन चैकअप के दौरान गर्भवती होने का राज एक पखवाड़े पहले उजागर हुआ। जब भोपाल सेंट्रल जेल प्रबंधन को यह पता लगा तो वह पसोपेश में पड़ गई। मामला ऊपर अधिकारियों तक भी पहुंचा। जिसके बाद अफसरों ने भी उससे बातचीत की थी। उसने बताया कि वह भोपाल में गिरफ्तार होने से एक महीने पहले ही आई थी।