ज्योतिष: 2025 तक पॉवर में रहेंगे अरुणजेटली

अरुण जेटली का नाम भाजपा के सम्मानित नेताओं मॆ आता है। अटल जी के शासन मॆ इनकी स्थिति अच्छी थी तथा नरेंद्र मोदी के शासन काल मॆ तो ये मोदीजी के दाहिने हाथ है। वित्त, रक्षा विभाग उनके ही हाथ मॆ है। जहां व्यक्ति कॊ एक विभाग नही मिलता इनके पास दो दो विभाग है। अमृतसर से चुनाव हारने के बाद भी ये सत्ता के शिखर पर है आइये क्यों जानते है।

प्रबल राज़योग वालीपत्रिका
मेष लग्न तथा वृषभ राशि वाले अरुण जेटली की पत्रिका मॆ चतुर्थ (सुख) तथा राज्यस्थान के स्वामी दोनो अपनी उच्च राशि मॆ है। भाग्य तथा राज्यकृपा का स्वामी गुरु लग्न मॆ तथा भाग्य मॆ राज्य का परम कारक सूर्य स्थित है। लग्न का स्वामी मंगल लाभ स्थान मॆ है चारो केन्द्र भरे हुए है इसे चतुरसागर योग कहते है जिसके केन्द्र मॆ शक्तिमान ग्रह होते है वह केन्द्र की राज़नीति करता है।

उच्च का शनि
अरुण जेटली की पत्रिका मॆ राज्य स्थान का स्वामी शनि अपनी उच्च राशि मॆ सप्तम भाव मॆ बैठा है। शनि कानून का कारक होता है तथा गुरु विधि तथा सलाह का दोनो ग्रहों मॆ केन्द्र का सम्बन्ध है इस कारण वे माने हुए कानूनी सलाहाकार है। केन्द्र मॆ उच्च राशि का शनि शश योग बनाता है अटलजी की पत्री मॆ भी ऐसा ही योग था।

राज्य का राहु
दशम स्थान का राहु जातक कॊ सफल राज़नीतिज्ञ बनाता है जेटली की कुंडली मॆ यह योग अत्यंत प्रबल है राहु राज्य स्थान मॆ बैठा है।

शानदार दशाक्रम
यदि किसी व्यक्ति की पत्री मॆ सारे ग्रह अच्छी स्थिति मॆ हो लेकिन उनकी दशा ही न आये तो उन ग्रहों का कोई मतलब नही और यदि दशा सही समय पर न आये तो भी इन ग्रहों का कोई मतलब नही। जेटली की पत्री मॆ जन्म से ही शानदार दशाक्रम रहा। 2006 से वे उच्च के शनि की दशा के प्रभाव मॆ है जो शनि की शक्ति का परिचय सभी कॊ करा रही है। यह दशा उन्हे 2025 तक रहेगी आने वाला समय उनके लिये अत्यंत अनुकूल है।
पंडित चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184

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