RELIANCE FRESH और मोहल्ले की दुकानों को टक्कर देने आ रही है AMAZON

ऋतंकर मुखर्जी/कोलकाता। अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन ने 10 साल पहले अपने 'घर' सिएटल में ग्रॉसरी आइटम बेचने की शुरुआत की थी। अब कंपनी भारत में भी दाल, दूध और वो तमाम सामान बेचने को तैयार है, जिसकी जरूरत हर आम नागरिक को हर रोज पड़ती है। कंपनी की फूड यूनिट को सरकार से मंजूरी मिलने के बाद यह मुमकिन होगा। ऐमजॉन फ्रेश बिजनस के जरिये इस ई-कॉमर्स कंपनी ने 2007 में सिएटल के लोगों को उनके घर तक चुनिंदा ग्रॉसरीज की सप्लाई शुरू की की थी। अब कंपनी को भारत में इस तरह के प्रॉडक्ट्स बेचने की खातिर फॉरेन डायरेक्टर इन्वेस्टमेंट के लिए मंजूरी का इंतजार है। 

ऐमजॉन इंडिया में एफएमसीजी कैटिगरी मैनेजमेंट के डायरेक्टर सौरभ श्रीवास्तव के मुताबिक, 'कंपनी ग्रॉसरी के अलावा फास्ट मूविंग कन्ज़्यूमर गुड्स बिजनस (एफएमसीजी) में कुछ और साल तक बड़े पैमाने पर निवेश करना जारी रखेगी।' उन्होंने बताया, 'हम सीधे तौर पर पूरी सप्लाई चेन को मेंटेन करेंगे। अगर सरकार एफडीआई पॉलिसी में ढील नहीं दी होती, तो इस तरह की डिलिवरी मुमकिन नहीं थी।' कंपनी ऐमजॉन फ्रेश पहल के तहत आइटम्स को सीधा किसानों से खरीदेगी।

सुपरमार्केट्स से मुकाबला करने में ऐमजॉन फ्रेश इस ई-कॉमर्स कंपनी का अहम हथियार रहा है, जिसके जरिए उसे अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप में फ्रेश फूड आइटम्स, डेयरी और बेकरी प्रॉडक्ट्स बेचने में मदद मिली है। बीते साल जून में कंपनी ने पहली बार पूरे अटलांटिक रीजन में इस तरह की सर्विसेज में अहम बदलाव किया था।

जहां तक भारत का सवाल है, तो कंपनी अपने हाइपरलोकल वेंचर ऐमजॉन नाउ के तहत पहले से मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में ताजी सब्जियां, फल और डेयरी प्रॉडक्ट्स बेच रही है। इसके लिए वह सुपरमार्केट्स से प्रॉडक्ट्स हासिल करती है और इसे स्पेशल टेंपरेचर कंट्रोल्ड बॉक्स में पैक कर कंज्यूमर्स को घरों तक पहुंचाती है। श्रीवास्तव ने बताया, 'ऐमजॉन नाउ के साथ हमारा अनुभव संतोषजनक नहीं है। खास तौर पर सुपरमार्केट्स मंगाई जाने वाली प्रॉडक्ट्स की क्वॉलिटी को लेकर। लिहाजा हमने फिश और मीट को लेकर काम शुरू नहीं किया है। ऐमजॉन फ्रेश के तहत डायरेक्ट सेल्स और सोर्सिंग की शुरुआत हो जाने के बाद हम इस तरह की बेहतरी कर पाने में सक्षम होंगे।'

उन्होंने बताया कि कंपनी का निवेश अगले कुछ सालों तक जारी रहेगा और फिलहाल उसका ध्यान मुनाफा कमाने पर नहीं है। इसके बजाय कंपनी कंज्यूमर्स में एफएमसीजी और ग्रॉसरी प्रॉडक्ट्स ऑनलाइन खरीदने की आदत डालना चाहती है। उन्होंने कहा, 'हमारा फोकस लॉन्ग टर्म पर है। जाहिर तौर पर जैसे ही हमारे ऑर्डर वॉल्यूम में बढ़ोतरी होगी, हम बिजनस को मुनाफे के हिसाब से बढ़ाएंगे। हालांकि, हम फिलहाल सिर्फ एक शहर में बिजनेस को प्रॉफिटेबल बनाने पर फोकस नहीं करना चाहते।' ऐमजॉन के लिए एफएमसीजी कैटिगरी सबसे तेजी से बढ़ रहे सेगमेंट में शामिल है।

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