दोस्तों को LIVE VIDEO का कहकर तालाब में डुबकी लगाई, फिर निकला ही नहीं छात्र

दमोह। ओजस्विनी स्कूल में 12वीं का छात्र एवं पुलिस कर्मचारी के इकलौते बेटे हरीश उर्फ शानू ठाकुर की तालाब में डूबने के कारण मौत हो गई। तालाब में उतरने से पहले उसने अपने दोस्तों से लाइव वीडियो बनाने के लिए कहा था, फिर उसने डुबकी लगाई और वापस बाहर नहीं निकला। पूरे 2 घंटे चले रेस्क्यू के बाद उसके शव को बाहर निकाला जा सका। सारा घटनाक्रम शानू के दोस्तों के मोबाइल में रिकॉर्ड हो गया था परंतु अब मोबाइल गायब हैं। 

दमोह शहर से 5 किमी दूर राजनगर तालाब में अपने दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी मनाने गए एक छात्र की पानी में डूबने से मौत हो गई। घटना के दौरान दोस्त छात्र का वीडियो बना रहे थे, पूरी घटना मोबाइल में कैद हुई है लेकिन, घटना के बाद से मोबाइल गायब हैं। छात्रों ने कहा कि मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिए हैं, जबकि पुलिस कहना है कि हमने जब्त नहीं किए हैं। घटना को लेकर मौके पर पहुंचे परिजनों ने भी दोस्तों से कहासुनी की। पिता ने दोस्तो पर बेटे को डुबोने का आरोप लगाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।

नाश्ता लेकर गए थे राजनगर
पुलिस ने बताया कि ओजस्विनी स्कूल के कक्षा 12वीं का छात्र और सुरेखा कालोनी निवासी हरीश उर्फ शानू पिता सूरज सिंह ठाकुर 17 अपने दोस्त आदित्य प्रताप सिंह बघेल 17, रितिक पिता तुलाराम पटेल 17, उद्देश्य पिता नरेंद्र सिंह परिहार के साथ सौरव पिता हरिशंकर सोनी की बर्थडे पार्टी मनाने सुबह 11 बजे घर से निकले थे। सबसे पहले सभी छात्र घंटाघर पहुंचे। जहां से वे नाश्ता लेकर राजनगर पहुंचे। वहां हरीश मंदिर के बाजू से सीढिय़ों से उतकर तालाब में नहाने लगा। इस दौरान उसके दोस्त मोबाइल पर फोटो भी खींच रहे थे। इसी बीच हरीश पानी में चला गया।

डुबकी लगाई लेकिन बाहर नहीं निकला
छात्र आदित्य प्रताप बघेल ने बताया कि हम सभी लोग पानी के पास खड़े थे। तब शानू ने कहा कि मैं तो तालाब में नहाऊंगा, लेकिन हम सभी दोस्तो ने उसे तैरने से मना किया। तब शानू ने कहा कि मैं तो तैरना जानता हूं, कुछ नहीं होगा। इसके बाद वह फिसलपट्‌टी के सहारे जाली के बाजू से पानी के अंदर घुस गया। जब वह अपने सीने तक पानी के अंदर पहुंच गया तभी उसने हाथ ऊपर उठाकर कहा कि मेरी फोटो ले लो। इसके बाद उसने पानी के अंदर डुबकी लगा ली और ऊपर नहीं आया। हम सब चिल्लाने लगे हरीश जल्दी बाहर निकलो, क्या कर रहे हो। लेकिन वह पांच मिनट तक बाहर नहीं आया। फिर हमें शक हुआ। 

एकलौता बेटा था शानू
हरीश उर्फ शानू के पिता कोतवाली में आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं। सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे और फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोगों ने मेरे बेटे को डुबो दिया है। मैंने मना किया था कि मेरे बेटे के यहां-वहां लेकर नहीं जाया करो। अब तुम सभी को जेल भिजवा दूंगा। उन्होंने कहा कि किसने मेरे बेटे को बुलाया था, मैं मोबाइल की डिटेल निकलवाऊंगा। गौरतलब है कि शानू परिवार में इकलौता बेटा है।

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