मेरे स्तर का नेता नहीं है KAILASH VIJAYVARGIYA: कमलनाथ

भोपाल। छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ के भाजपा में जाने की अफवाहों के बीच भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि कमलनाथ समेत कई नेता भाजपा के दरवाजे पर खड़े हैं। आज पहली बार अपने स्वभाव के विपरीत कमलनाथ ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि 'वो मेरे स्तर का नेता नहीं है। मनोरंजन के लिए कुख्यात कैलाश विजयवर्गीय अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उनके पट्ठावाद के कारण इंदौर से शिवराज मंत्रिमंडल में किसी को स्थान नहीं मिला है।' साथ ही स्पष्ट किया कि मैं अंतिम सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा। 

पिछले कई दिनों से एक खबर जोर पकड़ रही थी कि कांग्रेस नेता कमलनाथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। बीजेपी नेताओं के बयानों ने भी इस खबर से फैली आग में घी डालने का काम किया था और सबको इंतजार था कमलनाथ के जबाब का। आखिरकार कमलनाथ ने इन सब खबरों का खंडन करते हुए इन खबरों को फैलाने के लिए बीजेपी के नेताओं को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि सोची समझी रणनीति के तहत बीजेपी नेताओं ने यह अफवाह सोशल मीडिया पर प्रचारित करवाया है।

गौरतलब है कि कमलनाथ के बीजेपी में आने की खबरों के बाद मप्र बीजेपी के अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने जहां कमलनाथ के भाजपा में स्वागत की बात कही थी और अपने नाम के अनुसार कमल थामने की सलाह दी थी, तो पिछले दिनों भोपाल पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि कमलनाथ क्या कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा के दरवाजे पर खडे हैं, फिलहाल पार्टी इस बारे में कोई निर्णय नहीं ले रही है। 

अब कमलनाथ ने इन खबरों का पुरजोर तरीके से खंडन करते हुए कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मनोरंजन के लिए कुख्यात हैं। अप्रासंगिक समय विषयों पर मनोरंजन कर अपना मन बहलाना और आम जनता को गुमराह करने का ये फार्मूला किसी को पसंद नहीं आता है। कैलाश विजयवर्गीय को वो अपने स्तर का नेता ही नहीं मानते हैं। जो व्यक्ति खुद अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा हो, वो किसी को क्या अपनी पार्टी में राजनीतिक प्रवेश दिला सकता है। प्रदेश की औद्योगिक नगरी होने के बावजूद इंदौर से शिवराज कैबिनेट में मंत्री इसलिए नहीं बन पा रहा है, क्योंकि वहां पर कैलाश विजयवर्गीय का पट्ठावाद हावी है।

वहीं उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की बात पर कहा कि सन 1980 में जब वो पहली बार छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव के लिए इंदिरा गांधी के साथ सभा में पहुंचे थे। तब भरी सभा में इंदिरा गांधी ने कहा था कि मेरे तीन बेटे हैं, राजीव, संजय और कमलनाथ। उन्होंने कहा है कि हमारा संकल्प है कि मप्र में भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और जो उनके नेता-मंत्री अहंकार भरी भाषा का उपयोग कर रहे हैं, उनको सबक सिखाएंगे। लेकिन मेरी अंतिम सांस कांग्रेस के साथ है।

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