भारत में 25% IAS अफसरों की कमी, कैसे होगा विकास, कैसे मिटेगा भ्रष्टाचार

नई दिल्ली। भारत में इस समय लगभग 25% आईएएस अफसरों की कमी है। ये वही अफसर हैं जो देश में विकास की योजनाएं बनाते हैं और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कार्रवाई करते हैं। अफसरों की कमी के कारण हालात यह हो गए कि आईएएस अफसर भी भ्रष्टाचार में शामिल पकड़े जाने लगे हैं। बेरोजगारों के इस देश में लाखों नौकरियां खाली पड़ीं हैं, भर्तियां ही नहीं हो रहीं हैं। हालात यह है कि 1470 आईएएस अफसरों की भी कमी है। याद रहे भ्रष्टाचार की शुरूआत मांग और आपूर्ति का संतुलन बिगड़ने पर ही होती है। भारत में अफसरों और कर्मचारियों की मांग के बदले आपूर्ति कम है। काम का बोझ बढ़ रहा है। मामलों को टालना पड़ रहा है और यहीं से भ्रष्टाचार शुरू हो रहा है जो परंपरा बनता जा रहा है। 

केंद्रीय कार्मिक जन शिकायत एवं पेंशन राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में बताया। उन्होंने बताया, 'देश में 1,400 से ज्यादा आईएएस और 900 से ज्यादा आईपीएस की कमी है। मौजूदा समय में देश में 4,926 आईएएस अधिकारी हैं जबकि कुल स्वीकृत संख्या 6,396 है। किस राज्य में कितने आईएएस अधिकारियों के पद खाली है, इस संबंध में उन्होंने लिखित जवाब के माध्यम से जानकारी दी। बिहार में सर्वाधिक 128 पद खाली हैं, उसके बाद उत्तर प्रदेश में 117 और पश्चिम बंगाल में 101 पद खाली हैं।

इसी तरह से देश में आईपीएस ऑफिसर्स के 908 पद खाली हैं। कुल मंजूर संख्या 4,802 है जबकि कमोबेश 3,894 आईपीएस ऑफिसर्स सेवा दे रहे हैं। आईपीएस ऑफिसर्स की कमी की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 114 पद खाली हैं और उसके बाद पश्चिम बंगाल में 88, ओडिशा में 79 और कर्नाटक में 72 पद खाली हैं। बिहार में आईपीएस ऑफिसर्स के 43 पद खाली हैं, वहां कुल मंजूर पद 231 हैं।

देश में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (आईएफएस) के पद भी खाली हैं। देश में 560 आईएफएस अधिकारियों के पद खाली हैं। उनके मंजूर पदों की संख्या 3,157 है जबकि देश में कुल 2,597 आईएफएस ऑफिसर्स हैं। आईफएस अधिकारियों के सर्वाधिक 46 पद महाराष्ट्र में खाली हैं, उसके बाद मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में 45-45 पद खाली हैं।

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