नई दिल्ली। सरकारी शराब दुकानों में बिक रही शराब असली है या नकली, इसकी जांच आई निगमा नामक मोबाइल एप से हो सकेगी। झारखंड सरकार के उत्पाद एवं मद्यनिषेध विभाग के अधिकारी इसके माध्यम से शराब के असली और नकली होने की पड़ताल कर रहे हैं। इसके लिए आपको एक मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। यह एप सरकारी शराब की बोतल पर लगे स्टीकर के बार कोड स्कैन करने के साथ स्टीकर पर दर्ज नंबर बतायेगा। अगर मोबाइल पर दिख रहा नंबर व स्टीकर का नंबर एक समान है, तो शराब असली है।
दरअसल उत्पाद विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि सरकारी शराब दुकानों में नकली शराब की बिक्री हो रही है. इसकी पड़ताल के लिए नयी तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। वर्तमान में झारखंड राज्य बीवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के माध्यम से निजी लाइसेंस वाली दुकानों को शराब की आपूर्ति की जाती है। राजस्व में वृद्धि नहीं होने पर विभागीय पड़ताल की गयी। पता चला कि लाइसेंसी दुकानों में बाहर का माल धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
सुधीर कुमार, जिला उत्पाद अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम का कहना है कि सरकारी दुकानों में बेची जा रही शराब की असलियत की जांच के लिए मोबाइल एप का सहारा लिया जा रहा है। इससे तुरंत रिजल्ट मिलता है। लोग इस सुविधा के जरिए शराब की गुणवत्ता की जांच आसानी से कर सकते हैं।
मोबाइल एप डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें
या फिर इस लिंक को कॉपी करके यूआरएल बार में पेस्ट कर दें
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.threegvision.products.inigma.Android