कांग्रेस उपाध्यक्ष चलाता है सेक्स रैकेट, हुआ अंडरग्राउंड

ग्वालियर। भाई-बहन ने वायुनगर में रिटायर्ड फौजी का मकान किराए से लिया और नेपाल और पंश्चिम बंगाल से लड़कियां लाकर सेक्स रैकेट चलाने लगे। ये लड़कियां दिल्ली के एक एजेंट के जरिए बुलाई जाती थीं। लड़कियां कांट्रेक्ट पर आती थीं और उन्हें एक दिन का 4 हजार रुपए दिया जाता था। ग्राहकों से दस हजार रुपए तक वसूले जाते थे।

महाराजपुरा इलाके में एक रिटायर्ड फौजी डीएस तोमर का मकान है। इस मकान को 3 महीने पहले ओमप्रकाश पचौरी ने किराए से लिया। ओमप्रकाश के साथ उसकी बहन कल्पना शर्मा और भांजा सुबोध भी आ गया। ओमप्रकाश ने पश्चिम बंगाल की एक युवती सबीना खातून के साथ शादी की थी। इसके बाद ओमप्रकाश का संपर्क दिल्ली की एक विमल सेठ से हुआ।

विमल सेठ के जरिए ओमप्रकाश ने ग्वालियर में सेक्स रैकेट चलाना शुरू कर दिया। उसकी बहन, पत्नी और भांजा इसमें मदद करते थे। रिटायर्ड फौजी के मकान में ओमप्रकाश तीन महीने पहले आया और उसके यहां लड़कियां आने लगीं। ज्यादातर लड़कियां, नेपाल और पश्चिम बंगाल की होती थीं, जिन्हें दिल्ली के विमल के जरिए कांट्रेक्ट पर भेजा जाता था। एक लड़की को 4 हजार रुपए प्रतिदिन दिए जाते थे और ग्राहकों से ज्यादा रकम वसूली जाती थी। लड़कियां एक हफ्ते ग्वालियर रहतीं और फिर उनके स्थान पर नयीं लड़कियां ग्वालियर आ जाती थीं।

तीन दिन पहले एक लड़की का ओमप्रकाश के साथ सौदा नहीं पटा तो वह बैग लेकर रात को 3 बजे सड़क पर शोर करने लगी। ओमप्रकाश ने उस लड़की को पकड़कर मकान में बंद कर दिया। जिस कमरे में लड़की को बंद किया, उसमें एक मोबाइल फोन रखा था। उसी मोबाइल से उसने अपने दिल्ली के लोगों को फोन कर दिया।

इसके बाद पुलिस को दिल्ली से खबर की गई और पुलिस ने पूरी जांच करके बुधवार की रात को वायुनगर में रेड की। इससे यह सेक्स रैकेट सामने आ गया। पुलिस ने वायुनगर के इस मकान से ओमप्रकाश पचौरी उर्फ बॉबी, बॉबी का भांजा सुबोध शर्मा, सुबोध की मां कल्पना शर्मा, बॉबी की पत्नी सवीना खातून को पकड़ा है। इनके साथ दो युवतियां मुस्कान यास्मीन निवासी वीरभूमि, पश्चिम बंगाल, शोभा हुसैन निवासी नई दिल्ली को भी पकड़ा गया है। अब पुलिस दिल्ली की कविता खत्री और विमल सेठ को पकड़ने के लिए दिल्ली जा रही है। ये लोग मुस्कान और शोभा को प्रतिदिन चार से पांच हजार रुपए का सौदा तय कर दिल्ली से लाए थे।

हर 3 महीने में बदलता था मकान
ओमप्रकाश लंबे समय से सेक्स रैकेट चला रहा था और वह शहर की पॉश कालोनियों में मकान किराए से लेता था। जिससे पुलिस को शक नहीं हो। भांजा ओमप्रकाश के साथ बहन कल्पना लोकल नेटवर्क के जरिए ग्राहक खोजकर लाते थे और हर दस दिन में यह रैकेट नयी लड़कियां लेकर आता था।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !