हाफिज सईद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे पाकिस्तान

राकेश दुबे@प्रतिदिन। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को अंतत: पाकिस्तान ने वैश्विक दबाव के बाद  आतंकी मान लिया है। पाक के पंजाब प्रांत की सरकार ने जमात-उद-दावा प्रमुख को आतंकवाद निरोधक कानून (एटीए) की सूची में डाल दिया है। पाकिस्तानी कानून के मुताबिक एटीए की सूची में नाम आना ही यह जाहिर करता है कि उस शख्स का आतंकवाद से संबंध है। इसमें शामिल लोगों को यात्रा प्रतिबंध और संपत्ति की जांच का सामना करना पड़ सकता है।

पाबंदी का उल्लंघन करने पर तीन साल की जेल और जुर्माने का भी प्रावधान है। पाकिस्तानी सरकार के अब तक के रवैये को देखते हुए यह कहना अभी मुश्किल है कि हाफिज सईद के खिलाफ कोई और सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें भी कोई दो राय नहीं कि अलग-थलग पड़ जाने के डर से पाक ने यह कदम उठाया हो। पाकिस्तान अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नीतियों से परेशान है और उससे बचने के रास्ते ढूंढ रहा है।

भारत ने जिस तरह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की घेरेबंदी की, उससे भी उसकी नींद उड़ी हुई है। अनेक अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने आतंकवाद पर उसके दोहरे रवैये की निंदा की है। पिछले दिनों एक अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक ‘इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप’ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान का तटीय शहर कराची भारत विरोधी आतंकवादी समूहों का केंद्र बन गया है और वह जातीय व राजनीतिक तनाव से घिरा हुआ है।

हाल ही पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर दरगाह के भीतर एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किए गए विस्फोट में करीब सौ लोगों की मौत से पाकिस्तान में भारी गुस्सा है। मुमकिन है, पाक सरकार ने अपने इस कदम से अपने नागरिकों को भी संदेश देना चाहा हो। बहरहाल भारत ने इस पर ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया है। वह पाकिस्तान के कदमों को लेकर सतर्क है और अब भी उससे किसी ठोस और विश्वसनीय कार्रवाई की अपेक्षा कर रहा है।हाफिज का पाक फौज और आईएसआई से क्या रिश्ता है, यह सबको मालूम है। ऐसे में यह देखना है कि पाक सेना प्रमुख कमर बाजवा क्या रुख अपनाते हैं। वह नवाज शरीफ को हाफिज के खिलाफ खुली कार्रवाई की छूट देंगे या नहीं, यह बड़ा सवाल है। पाकिस्तान अगर वाकई आतंकवाद के खिलाफ गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और उस जैसे दूसरे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।इससे पाकिस्तान की छवि पर लगे दाग कुछ साफ होंगे।
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।        
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
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