एमएल यादव/भोपाल। मप्र विधानसभा में कांग्रेस का नया नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया है। पूर्व नेता अजय सिंह को ही वापस मौका दिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे दिग्विजय सिंह की योजना कारगर होती बताई जा रही है। जबकि भाजपा चाहती थी कि मुकेश नायक को मौका मिले।
बुधवार को विधानसभा का घेराव प्रदर्शन के बाद भोपाल में कांग्रेस की ओर से विधायक दल के नेता का चुनाव होना था। इसके लिए काफी तैयारियां चल रहीं थीं। कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन आदिवासी कार्ड के बहाने अपने नाम पर सील लगवाना चाहते थे जबकि मुकेश नायक भी इस दौड़ में दमदार केंडिडेट थे। कमलनाथ ने भी मुकेश नायक का नाम आगे बढ़ाया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा एवं रामनिवास रावत के नाम पर मोहर लगाई थी।
लेकिन लास्ट मिनट में शतरंज के बोर्ड पर दिग्विजय सिंह के घोड़े ने सबको मात दे दी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रस्तावित विधायक तो शुरूआती दौर में ही बाहर हो गए थे लेकिन कमलनाथ के मुकेश नायक लास्ट मिनट तक फाइट में दिखाई दिए। अचानक पता चला कि कमलनाथ के अलावा सीएम शिवराज सिंह भी चाहते हैं कि मुकेश नायक नेता प्रतिपक्ष बनकर सदन में आएं। बस फिर क्या था। मुकेश नायक का नाम ही गायब हो गया। दिग्विजय सिंह की ओर से आगे बढ़ाए गए अजय सिंह को नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया।