मप्र: एक मंत्री जिसके लिए ना कैबिनेट में कुर्सी है, ना विधानसभा में जगह

भोपाल। मप्र में शिवराज सिंह सरकार के एक मंत्री ऐसे हैं जिनके लिए ना तो कैबिनेट की मीटिंग में कोई कुर्सी आरक्षित होती है और ना ही विधानसभा में। फिर भी वो मंत्री है। विभाग की फाइलें निपटा रहे हैं जबकि विधानसभा में सवालों के जवाब नहीं देंगे। नाम तो आप समझ ही गए होंगे, शहडोल के ताजा सांसद ज्ञान सिंह। 

सरकार ने तय किया है कि ज्ञान सिंह के विभाग से जुड़े सवालों के जवाब सामान्य प्रशासन, विमानन एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग के राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य देंगे। ज्ञान सिंह आदिम जाति कल्याण मंत्री हैं। 

लाल सिंह को आनंद विभाग भी मिला 
मुख्य सचिव बीपी सिंह ने मध्यप्रदेश शासन कार्य आबंटन नियमों के तहत लाल सिंह आर्य को नर्मदा घाटी विकास(स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन, विमानन और आनंद विभाग की जिम्मेदारी सौपी है। 

ज्ञान सिंह के लिए कोई कुर्सी नहीं 
आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री ज्ञानसिंह विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके है। इसलिए उनके लिए विधानसभा में सचिवालय ने स्थान आरक्षित नहीं किया है। वे विधानसभा में नहीं आ रहे है। इसलिए उनके विभागों के जवाब देने के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग ने सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिह को जिम्मेदारी सौंपी है। सदन में अब वे आदिम जाति कल्याण विभाग से जुड़े सवालों के जवाब देते नजर आएंगे।

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