ये है 17 साल की पहाड़ी लड़की और 100 साल से ज्यादा के नागराज की असली ताजा प्रेमकथा

चंडीगढ़। ये एक सांप और 17 साल की लड़की की प्रेम कहानी है। हिमाचल प्रदेश में रहने वाली लड़की का नाम मनीषा है। इसके शरीर पर 34 स्नेक बाइट के चिन्ह हैं। मनीषा का कहना है कि जब वो डसते हैं तो मुझे आनंद मिलता है। मैं मदहोश हो जाती हूं। सम्मोहित हो जाती हूं। लगता है मैं नागिन बन गई हूं। यदि कोई पराया पुरुष मेरे पास आए तो मेरे नागराज नाराज हो जाते हैं। वो मुझे नए कपड़े भी पहनने नहीं देते। चौंकाने वाली बात यह है कि डॉक्टर मानते हैं कि लड़की के शरीर पर 34 स्नेक बाइट के चिन्ह हैं लेकिन वो उसकी कहानी पर भरोसा करने को तैयार नहीं। 

नाग व नागिन की कहानियां हमने फिल्मों, धारावाहिकों के अलावा किताबों में पढ़ी व देखी होंगी। मगर अगर यह सच हो जाए तो हरेक इंसान को दंग कर देती है। सांप काटने की घटना में अकसर मौत हो जाती है। मगर एक ऐसा सच जो आज सब को सोचने पर विवश कर देता है। वो है एक युवती जिसे सांप ने 34 बार डसा हो। ऐसा ही एक चमत्कार हिमाचल के शिलाई की मानल पंचायत के पोटा गांव की 17 वर्षीय मनीषा, जिसे 34 बार सांप के काटने के बाद भी जिंदा है।

नागराज ने ऐसा नहीं है कि वर्ष में एक या दो बार काटा हो बल्कि महीने में चार-पांच बार और कई मर्तबा तो एक दिन में तीन बार भी मनीषा को काट दिया। मगर मनीषा पर इसका कोई भी असर नहीं होता है। वह रोजमर्रा की तरह घर में काम करती है। किसी भी तरह का मनीषा को कोई डर नहीं होता है कि उसे सांप ने डसा है।

मुझे कोई प्रपोज करे नागराज को पसंद नहीं...
पोटा गांव की 17 वर्षीय मनीषा का कहना है कि अगर कोई मुझे प्रपोस करता है या फिर मेरे साथ दोस्ती करना चाहता है तो नागराज को कतई ही गवारा नहीं। वह कहती है कि जब मैं नए कपड़े पहनती हूं या फिर ज्यादा खुश होती हूं तो नागराज उसे पसंद नहीं करते। अगर कुछ ऐसा होता है तो नागराज अचानक प्रकट हो जाते हैं, तो मै उन्हें देखकर कर सम्मोहित हो जाती हूं।मुझे उनके अलावा कुछ नहीं दिखता है। वह अचानक मुझे डस कर चले जाते हैं। बताया यह भी जा रहा है कि शरीर में सांप के काटने के निशान होते हैं, पर शरीर में जहर नहीं होता है।
हालांकि यह मनीषा की जुबानी है। सच्चाई क्या है यह जो मनीषा ही जानती है।

सहेली ने देखा सांप...
मनीषा को 34 बार सांप ने डसा है। मगर वह सांप मनीषा के अलावा किसी को नहीं दिखता। मगर यह सांप उसकी सहेली रवीना ने देखा है। इसके अलावा यह सांप न उसके भाई करण व अर्जुन व न ही उसकी बहन ने कभी दिखा है। मनीषा का कहना है कि जैसे ही नागराज उसे डसते हैं मैं खुद नागिन बन जाती हूं। मनीषा से जब पूछा गया कि क्या उसके परिवार वालों ने कोई झाडफ़ूंक या किसी पंडित को दिखलाया है। मनीषा ने बताया कि बहुत बार दिखलाया गया है। मगर मुझे कोई भी इलाज कराना पसंद नहीं है। मुझे नाग का कटना अच्छा लगता है। मैं खुद नाग से बहुत प्यार करती हूं। पंडित बताते हैं कि उसका नाग से पिछले जन्म का रिश्ता है।

निशान है मगर जहर नहीं.
डाक्टर यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सक डा. मनमोहन सिंह बताते हैं कि मनीषा के शरीर पर स्नेक बाइट के कई चिन्ह है। मगर शरीर में जहर का न होना यह हैरान करने वाला विषय है। साथ ही स्कूल व घर में सब के सामने सांप उसे काट कर चला जाता है। मगर वह किसी को दिखाई नहीं देता। यह और भी हैरान करने वाली बात है। मनीषा का उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। मगर उसमें कोई भी जहर के लक्षण नहीं पाए गए हैं। डॉक्टर बताते हैं कि हो सकता है सांप जहरीला न हो। मगर मेडिकल साइंस यह नहीं मानती कि कोई विषैला नाग अचानक प्रकट होकर काटे और उसे जहर न चढ़े।

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