भोपाल। भोले भाले उपभोक्ताओं से ठगी करने में कोई पीछे नहीं रहता फिर चाहे वो कार्पोरेट कंपनियां ही क्यों ना हों। लोकल कैब की ठगी से बचने के लिए शुरू हुई मोबाइल एप आधारित ओला कैब ने भी नए ग्राहक को जाल में फंसाकर ठग लिया। उसे 6.7 किलोमीटर के 207 रुपए चुकाने पड़े। उपभोक्ता ने कान पकड़ लिए अब जिंदगी में कभी ओला बुक नहीं करेगा।
उपभोक्ता हर्षवर्धन सिंह ने रेलवे स्टेशन से प्रोफेसर कालोनी के लिए ओला कैब बुक की। उन्हे फर्स्ट राइड फ्री मिली थी। जब उन्होंने ड्रायवर को बताया तो उसने जाने से इंकार कर दिया। उन्होंने दूसरी कैब बुकी की, ड्रायवर ने फिर इंकार कर दिया। तीसरी बुकिंग पर ड्रायवर तैयार हुआ लेकिन उसने स्टेशन पर 15 मिनट इंतजार करने से इंकार कर दिया। इसके बाद चौथी कैब बुक की गई। ड्राइवर राजेश राव ने 4:54 बजे यात्री को हबीबगंज स्टेशन से ओला कैब में बिठाया और 5:46 बजे विचत्रा कुमार सिन्हा मार्ग, प्रोफेसर कॉलोनी पहुंचाया। 6.7 किलोमीटर की दूरी तय करने में 52 मिनट लगा दिए और 23.5 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से टैक्स समेत 157 रुपए चार्ज लगाया। साथ ही 50 रुपए बुकिंग कैंसल कराने का चार्ज ले लिया जबकि कैब कैंसल तो ड्रायवर ने की थी।
कुल मिलाकर ओला कैब ने महज 6.7 किलोमीटर के 207 रुपए वसूल लिए। जबकि ओला कैब विज्ञापनों में इंडिगो व मिनी कारों से गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए 6 रुपए प्रति किलोमीटर लेने का दावा करती हैं। पहली बार मोबाइल एप से बुकिंग कराने पर निःशुल्क यात्रा कराने के ऑफर भी देती हैं।