दूधाखेड़ी माता मंदिर निर्माण में था भ्रष्टाचार, इसलिए गिर गया: दिग्विजय सिंह

भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील के प्रसिद्ध दूधाखेड़ी माताजी की मूर्तियां एवं चबूतरे के प्रशासनिक लापरवाही के कारण गिरकर खण्डित हो जाने पर गहरा असंतोष प्रकट किया है। श्री सिंह ने कहा कि उन्हे दूधाखेड़ी माताजी की मूर्तियों के नष्ट हो जाने की जानकारी मिली है। दूधाखेड़ी माताजी देश के लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र है। यहाॅ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिये आते है तथा करोड़ों रूपये दान के रूप में प्राप्त होते है। मंदिर का संचालन कलेक्टर के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा किया जाता है।

उक्त मंदिर का निर्माण कार्य जिला प्रशासन की देखरेख में हो रहा है ऐसे में लंबे समय से भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं की शिकायतें प्राप्त होना इस बात को साबित करता है कि निर्माण के दौरान काफी अनियमितताएं हुई है तथा इन्ही अनियमितताओं और कुप्रबंधन के कारण मंदिर की मूर्तियां और चबूतरा गिर गया है जो निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है और लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करता है।

श्री सिंह ने इस घटना के दोषी अधिकारियो एवं इंजीनियर्स को तत्काल निलम्बित करने तथा निर्माण कार्य में हो रही अनियमिततओं और भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। श्री सिंह ने यह भी कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को छलती है और धार्मिक आस्था के महत्वपूर्ण केन्द्रों पर मंदिर की प्रबंध समिति में सम्मिलित होकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है।

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