विद्यार्थी पंचायत: उठा आरक्षण का मुद्दा, सवालों का जवाब नहीं दे पाए शिवराज

BHOPAL NEWS | विवेकानंद जयंती के अवसर पर सीएम हाउस में आयोजित विद्यार्थी पंचायत में स्टूडेंट्स ने सीएम शिवराज सिंह से कई तीखे सवाल पूछे। इस दौरान आरक्षण का मुद्दा काफी देर तक गूंजता रहा। मुख्यमंत्री के पास इसका कोई जवाब नहीं था। स्टूडेंट्स ने ब्याज मुक्त एजुकेशन लोन की मांग की। मुख्यमंत्री ने इस मांग को स्वीकार तो लिया लेकिन एक ऐसी शर्त लगा दी कि ज्यादातर स्टूडेंट्स इस क्राइए एरिया से ही बाहर हो गए। 

सारी योजनाएं आरक्षित वर्ग के लिए ही क्यों
भोपाल की छात्रा साक्षी दुबे ने कहा कि अधिकांश योजनाएं सरकार सिर्फ एससी, एसटी वर्ग के लिए ही बनाती है, उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग से भेदभाव क्यों किया जा रहा है। सरकार को योग्यता को पहले रखकर योजना बनानी चाहिए ताकि डिजर्विंग लोगों को मौका मिले। सामान्य वर्ग के अन्य बच्चों ने भी पढ़ाई में एससी, एससी के छात्रों की तरह फीस फ्री करने और इन वर्ग के छात्रों की तरह पीएससी और यूपीएससी में फ्री कोचिंग की व्यवस्था की जाए।

किसान को ब्याज मुक्त कर्ज तो हमें क्यों नहीं ? 
भोपाल के माडल स्कूल के छात्र गुंजन सिंह का कहना था कि शिक्षा के क्षेत्र में कर्ज लेने पर सरकार 11 फीसदी ब्याज ले रही है जबकि किसानों को शून्य प्रतिशत पर कर्ज दिया जा रहा है। उन्होंने सीएम ने मांग की ब्याज दर को कम किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र लोन ले सकें।

आपको भी ब्याजमुक्त कर्ज देंगे लेकिन...
सीएम ने पंचायत से पहले छात्रों की समस्याओं को विस्तार से सुना और उनके हर संभव निराकरण का आवश्सन दिया। सीएम ने कहा कि किसानों की तरह स्टूडेंट्स को भी हायर एजुकेशन के लिए ब्याजमुक्त लोन दिया जाएगा लेकिन इसके साथ ही उन्होंने एक शर्त भी लगा दी कि 12वीं की परीक्षा मे माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा में 90 प्रतिशत और सीबीएसई की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक लाना होगा। यदि मार्कशीट में 95 प्रतिशत अंक नहीं मिले तो 11 प्रतिशत ब्याज ही चुकाना होगा। पंचायत में उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह, तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी समेत  विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

ये भी उठाए सवाल
भोपाल की पूजा वर्मा ने कहा कि शहरों की लड़कियों को भी स्कूल आने जाने के लिए साईकिल दी जाए, जब तक यह न हो तब तक बसों में फ्री पास दिए जाएं। भोपाल की नूतन कालेज की छात्रा ने भोपाल में कंप्यूटर की फीस ज्यादा होने की बात कही। राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्यालय भोपाल में खोलने की मांग एमबीएम के छात्र सुनील साहू ने की। सरकारी नौकरी में एनएसएस के नंबर मिले।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !