KATNI HAWALA SCAM/श्रवण शर्मा/जबलपुर। कटनी हवाला घोटाले के ताकतवर सलाखों के पीछे होते, यदि एसपी गौरव तिवारी को मात्र 48 घंटे और मिल जाते। सारी तैयारियां हो गईं थीं। बस थोड़ी सी औपचारिकता ही बाकी थी। दूसरे दिन वह दस्तावेजी औपचारिकता होनी थी और तीसरे दिन खुलासा, लेकिन इससे पहले ही तबादला आदेश जारी हो गया। खुद SP GOURAV TIWARI को शाम तक पता नहीं था कि उनका तबादला होने वाला है। छह शिकायत और छह माह की जांच में कटनी पुलिस ने 4 केस दर्ज कर लिए हैं। जबकि 2 की अभी जांच चल रही है।
इस केस की तहकीकात में 4 बड़े लोगों के नाम सामने आए हैं, जिसमें से अब तक महज एक ही पुलिस के हाथ लगा है। संदीप बर्मन की गिरफ्त में आने के बाद पूरे हवाला कांड का चिठ्ठा भी पुलिस के हाथ लग गया, लेकिन पर्दाफाश होने से पहले ही एसपी गौरव तिवारी का तबादला कर दिया गया। बाकी जो नाम सामने आए वे लोग ही गायब हो गए। छह माह की इन्वेस्टीगेशन में पुलिस मानवेन्द्र मिस्त्री का सुराग नहीं लगा पाई है जबकि पूरे केस में इसे ही मास्टर माइंड बताया जा रहा है।
IDBI BANK की भी होनी थी जांच
कटनी के हवाला कांड में एक्सिस बैंक से ज्यादा फर्जीवाड़ा आईडीबीआई की ब्रांच की इन्वेस्टीगेशन में सामने आ सकता है। यह दावा करने वाली पुलिस ने आगे स्टेप लिए ही थे कि एसपी गौरव तिवारी का तबादला हो गया। ऐसा माना जा रहा है कि जिस भवन में एक्सिस बैंक और आईडीबीआई की ब्रांच हैं, इन दोनों से ही हवाला कारोबार चल रहा था।
18 बोरे दस्तावेज गायब करने की थी साजिश
पुलिस ने 6 जनवरी को कोयला कारोबारी मनीष सरावगी की फर्म के दस्तावेजों के 28 बोरे जब्त किए गए थे। इन्हें लोडिंग रिक्शा में भरकर कहीं गायब करने के लिए ले जाया जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक 18 बोरे पुलिस की जब्ती से गायब करने की कोशिश की जा रही थी, वह सफल नहीं हो पाई तो एसपी का तबादला कर दिया गया। यह पूरा हवाला मामला माइनिंग के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है।