यदि चायवाला पीएम बन सकता है तो ममता बनर्जी क्यों नहीं: बाबा रामदेव

कोलकाता। कालाधन मामले में इन दिनों पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी मोदी के पीछे पड़ गईं हैं। स्वभाविक है मोदी समर्थक ममता का मजाक बना रहे हैं लेकिन मोदी के बड़े प्रशंसक और भाजपा की स्वदेशी बिग्रेड के सबसे बड़े व्यापारी बाबा रामदेव ने ममता बनर्जी की खुलकर तारीफ की है। यहां तक कहा कि यदि एक चाय वाला पीएम बन सकता है तो ममता भी बन सकती हैं।  

ममता के पास कालाधन नहीं
रामदेव ने शनिवार को कहा, ‘राजनीति में उनकी विश्वसनीयता को लेकर कोई सवाल नहीं होना चाहिए. अगर एक चाय वाला का बेटा प्रधानमंत्री बन सकता है तो ममता जी भी प्रधानमंत्री बन सकती हैं.’उन्होंने कहा, ‘राजनीति में, ममता जी ईमानदारी और सादगी की प्रतीक हैं. मुझे उनकी सादगी अच्छी लगती है. वह चप्पल और साधारण साड़िया पहनती हैं. मैं मानता हूं कि उनके पास काला धन नहीं है.’ नोटबंदी का ममता द्वारा जोरदार विरोध किए जाने के बाद भी रामदेव ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख वास्तव में नोटबंदी को लागू करने की प्रक्रिया के खिलाफ हैं.

मैंने बोया था नोटबंदी का बीज
योग गुरु ने इंफोकॉम सेमिनार में कहा, ‘मैंने नोटबंदी का बीज बोया था. मैंने 2009 से 2014 के बीच आंदोलन जारी रखा और सरकार से पांच सौ रूपए तथा एक हजार रुपये के नोट वापस लेने को कहा था क्योंकि यह भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और आतंकवाद को फंडिंग का मूल कारण है.’ उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के साथ काले धन का पैदा होना, भ्रष्टाचार तथा आतंकवाद की फंडिंग पूरी तरह रुक गई है.

मनमोहन पर साधा निशाना 
रामदेव ने कहा, 'नकदी संकट के कारण आम आदमी को असुविधा हो रही है. लेकिन कोई भी इसके खिलाफ शिकायत नहीं कर रहा है.' उनका मानना है कि पूरी तरह से कैशलेस प्रणाली तत्काल संभव नहीं है और इसमें कम से कम छह महीने का समय लगेगा. नोटबंदी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए रामदेव ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने किसी मुद्दे पर एक शब्द नहीं कहा और अब उन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी की.

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