अयोग्य अभ्यर्थियों की परीक्षा ही क्यों लेता है व्यापमं

प्रति,
परीक्षा नियंत्रक,
व्यावसायिक परीक्षा मण्डल 
भोपाल (म0प्र0)

विषयः- प्रतियोगी परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सूची बनाने के सबंध में।

महोदय,
श्रीमान् विषयांतर्गत निवेदन है कि व्यापमं के माध्यम से जो भर्ती परीक्षा ली जाती हैं, उसमें भर्ती परीक्षा में सफल हुये आवेदकों की सूची आपके द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर बनाई जाती है। परंतु सफल आवेदकों मे से कई आवेदकों के पास उक्त पद के लिये निर्धारित योग्यता नहीं होती हैं। इस आधार पर वह आवेदक जिस विभाग में उसका अनुसार चयन होना दर्शाया जाता है उस विभाग के द्वारा नियुक्ति पूर्व आयोजित दस्तावेज परीक्षण में अपात्र हो जाते हैं। क्योंकि भर्ती प्रक्रिया के नियमों के अनुसार आपके द्वारा विभागों को रिक्त पदों के विरूद्ध 15 प्रतिशत पदों के आधार पर प्रतीक्षा सूची बना कर प्रदान की जाती है एवं आपके भर्ती नियमों अनुसार ही प्रतीक्षा सूची 12 से 18 माह तक वैध रहती है। 

यह समस्त प्रक्रिया शासन के विभिन्न विभागों से सबंधित होने के कारण इसमें दीर्घ समयावधि लगती है एवं दीर्घ समयावधि हो जाने से वे सफल आवेदक जो उक्त पद के लिये उचित योग्यताधारक होते हैं। वे मेरिट सूची में स्थान न प्राप्त करने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर हो जाते हैं। एवं वह पद अगामी भर्ती के लिये रिक्त रह जाते हैं। 

अतः श्रीमान् आपसे निवेदन है कि व्यापमं द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा में सफल आवेदकों की काउंसलिग आनलाईन व्यवस्था व्यापमं के स्तर पर की जाए एवं उसमें समस्त सफल आवेदकों को सम्मिलित किया जावे या इसी प्रकार कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जावे। इस प्रक्रिया से यह लाभ होगा कि विभागों के पास पद के लिये सफल पात्र आवेदकों की ही सूची प्राप्त होगी एवं काउंसलिग में पात्र पाये गये सफल आवेदको की ही मेरिट सूची एवं प्रतीक्षा सूची प्रदान किया जावें। इसके समयावधि की भी बचत होगी। एवं प्रतीक्षा सूची में स्थान प्राप्त करने वाले आवेदको को भी उचित अवसर प्राप्त हो सकेगा।

श्रीमान् से अनुरोध है कि इस समस्या का निवारण शीघ्र करें।
धन्यवाद।
दिनांक 20.12.2016

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