शहडोल चुनाव: दोनों प्रत्याशी हैं करोड़पति, हर मामले में हैं मालामाल

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। शहडोल लोकसभा उपचुनाव के लिए भरे गये नामांकन मे शामिल भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों के घोषणा पत्र के आधार पर दोनो ही प्रत्याशी करोड़पति हैं। भाजपा के ज्ञान सिंह ने जहां संपत्ति स्वअर्जित की है वही कांग्रेस की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को ऐसी संपत्ति विरासत मे मिली है। दोनो प्रत्याशियों के पास बैंक बैलेंस और चल अचल संपत्ति भी पर्याप्त है। 

ज्ञान सिंह कांग्रेस की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह से अनुभव और उम्र मे भले ही आगे हों, लेकिन संपत्ति व पढ़ाई के मामले मे उनसे बहुत पीछे हैं। 65 वर्षीय ज्ञान सिह के पास खुद की बनाई हुई संपत्ति है जिसके वे पूरे मालिक हैं और 29 वर्षीय हिमाद्री सिंह को संपत्ति विरासत मे मिली है जिसकी वो पूरी मालिक नही हैं। 

एक करोड़ से अधिक के मालिक भाजपा प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ज्ञान सिंह ने अपने दिये गये शपथ पत्र में उल्लेख किया है कि इनके पास 1 करोड़ 8 लाख 59 हजार रूपये से ऊपर का नगदी व सोना चांदी है, 25 लाख कीमत की जमीन है वही वाहनों में स्कार्पियो, बोलेरो है। 10 ग्राम सोना और 250 ग्राम चांदी है। छादा, कोहका, गोरइया व करनपुरा मे इनकी भूमि है और गांव मे मकान है। ज्ञान सिंह को हर सीजन मे 6 लाख की आय होती है, पूरी संपत्ति उन्ही के नाम पर है पत्नी व बच्चो के नाम कोई संपत्ति नही है। ज्ञान सिंह 50 हजार रूपये नगदी हाथ मे बताया हैं। 

अचल संपत्ति मे हिमांद्री आगे
कांग्रेस प्रत्याशी हिमांद्री सिंह ने घोषणा पत्र मे लगभग 2 करोड़ 85 लाख की अचल संपत्ति और 21 लाख 40 हजार की चल संपत्ति का उल्लेख किया है। इनके दिल्ली, राजेन्द्रग्राम व शहडोल मे जमीन व मकान है। 30 तोला सोना व ढाई किलो चांदी की मालकिन हैं, 10 लाख रूपये नगदी इनके हाथ मे है और अलग अलग बैंक खातो मे भी राशि जमा है। 60 कीमत की जमीन इन्हे माता पिता से विरासत मे मिली है। व्यवसायिक मकान व भूमि भी लगभग 45 लाख की है। इनके पास अभी तक कोई वाहन नही है।

डीयू नहीं मोनाद यूनिवर्सिटी से बीए किया है हिमाद्री ने
कांग्रेस प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को कोई राजनैतिक अनुभव नही है, इन्हे अपने पिता स्व. दलवीर सिंह और माता स्व. राजेश नंदिनी सिंह की विरासत मे राजनीतिक मंच मिल गया है। माता पिता की छवि व नाम के कारण ही कांग्रेस ने इन्हे मैदान मे उतारा है। हिमाद्री सिंह दिल्ली मे जन्मी और इनकी शिक्षा में हाई स्कूल नेशनल इंस्ट्यूट ऑफ ओपन स्कूल नई दिल्ली से 2008 में सीनियर हायर सेकंड्री की परीक्षा पास की है। इसके बाद 2012 में इन्होने मोनाद यूनिवर्सिटी (दिल्ली) हापुर उत्तर प्रदेश से बीए की डिग्री हासिल की है। माता पिता के निधन के बाद हिमाद्री सिंह को सब कुछ विरासत मे मिल गया जिनमें ग्राम किरगी राजेन्द्रग्राम निज निवास बताया है। हिमाद्री सिंह जीवन का पहला चुनाव लड़ रही हैं वह भी लोकसभा का जो अपने आप मे बड़ी विरासत है। 

7वीं पास हैं भाजपा प्रत्याशी
दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी ज्ञान सिंह ने वर्ष 1966 में कक्षा 7वीं उत्तीर्ण नौरोजाबाद क्षेत्र के पिनौरा माध्यमिक स्कूल से कर राजनीति क्षेत्र में कदम रखा था। भारतीय जनता पार्टी के शहडोल लोकसभा उपचुनाव के प्रत्याशी ज्ञान सिंह ज्यादातर सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे हिस्सा लेते रहे है धीरे-धीरे भाजपा में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए क्षेत्र के एक आदिवासी नेता के रूप मे उभरे, जिन्होने दो बार लोकसभा एवं सात बार विधानसभा चुनाव जीतकर रिकार्ड बनाया। जिसका इन्हे चुनाव जीतने का अच्छा खासा अनुभव है। तो वहीं दूसरी ओर कांगे्रस ने एक नये युवा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को अनुभव के सामने मुकाबला में उतारने से चुनाव रोचक हो गया है। 

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