वाहन और गोदामों में आग लगाई, विदिशा बाजार बंद, हालात तनावपूर्ण

विदिशा। बजरंग दल के नेता दीपक कुशवाह की हत्या के बाद तनाव लगातार जारी है। शनिवार को अचानक बाजार बंद कराने के बाद रविवार को भी बंद का ऐलान किया गया। शहर की सड़कों पर बजरंग दल और विहिप के नेता घूमते दिखाई दिए। उपद्रवियों ने वाहनों एवं गोदामों में भी आग लाग लगाई। पुलिस पर पथराव किया गया। हालात इतने बिगड़ गए कि स्थानीय पुलिस को अन्य जिलों से पुलिस बल बुलाना पड़ा। 

शनिवार शाम को भी जिला अस्पताल में विहिप बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्रित हो गए थे। कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल में हंगामा किया और इसके बाद विरोध में बाजार बंद कराया। पूरे शहर में हत्या की खबर आग की तरफ फैल गई। इसके बाद शहर में तनाव की स्थिति बन गई। हत्या में शामिल 13 में से 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बंद रहा पूरा शहर
विहिप-बजरंग दल ने रविवार को शहर बंद करने का आह्वान किया है। कुशवाह महासभा और सनातनश्री हिंदू उत्सव ने बंद का समर्थन किया है। बजरंग दल नेता मलखानसिंह ने बताया कि दीपक की हत्या के विरोध में शहर बंद रखा गया है। हिंउस अध्यक्ष पंडित संजीव शर्मा ने बताया कि इस बंद को समिति ने समर्थन दिया है। जिला युवा कुशवाह महासभा के प्रवक्ता सिद्धि कुशवाह ने बताया कि इस बंद को कुशवाह महासभा ने समर्थन दिया है।

नहाकर घर से निकला था दीपक
मां पानबाई ने बताया कि दीपक नहाकर घर से निकला था और विवाद शुरू हो गया। भाई राकेश ने बताया कि महल घाट रोड पीतलिया बगीचे के सामाने दोपहर करीब 2.50 बजे दीपक को कल्लू, उबेर खान, इकबाल खा, किश्वर खान, टीपू खान, नवेद, अजय, सद्दाम खान, हसीब, भय्यू, नदीम, अफजल सहित कई लोगों ने हथियारों से हमला किया। कमर से निचले हिस्से में कई जगह गहरे घाव होने की वजह से दीपक की मौत हो गई।

ये है मामला
स्व. छोटेलाल के तीन पुत्र राकेश, सूरज और दीपक सबसे छोटा था। दीपक लकड़ी काटने की ठेकेदारी करता था। दो दिन पहले दीपक का विवाद कल्लू मुर्गे वाले से हुआ। तब भय्यू नाम के एक युवक ने उसे पत्थर मारा था। मृतक की मां पानबाई का आरोप है कि आरोपियों ने दीपक की अंगुली चाकू से काट दी थी इसकी शिकायत पुलिस से की गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह विवाद शराब खरीदने को लेकर हुआ था। दीपक अपने कर्मचारियों के लिए शराब लेकर आ रहा था तब आपस में कहासुनी हो गई थी। इसके बाद दोनों पक्षों ने अपनी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई थी।

पुलिस ने बरती लापवाही
मृतक के परिजनों और विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि दो दिन पहले झगड़ा हुआ था लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। पुलिस ने उल्टा दीपक को बजरिया चौकी में बुलाकर डांट लगाई थी। यदि पुलिस दोनों पक्षों को समझाइश देती तो ये हत्या नहीं होती। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। 

ट्रक में लगाई आग
तोपपुरा में नाराज लोगों ने खड़े ट्रक में आग लगा दी। पुलिस ने आग देखते ही बुझाने का प्रयास किया। एएसपी संजीव सिन्हा का कहना है कि आग पर काबू पा लिया था। हत्या के मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। दो दिन पहले भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। तब क्रास केस दर्ज किया था। मृतक के परिजन अभी सदमे में हैं। इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं। संजीव सिन्हा, एएसपी विदिशा 
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