कमर बाजवा से सावधान रहने की जरूरत: पूर्व आर्मीचीफ जनरल बिक्रम सिंह ने कहा

नईदिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा को देश का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया है, वह राहील शरीफ की जगह लेंगे. बलूच रेजिमेंट से ताल्लुक रखने वाले बाजवा फिलहाल पाकिस्‍तानी सेना मुख्‍यालय (जीएचक्‍यू) में प्रशिक्षण और मूल्यांकन विभाग में महानिरीक्षक पद पर कार्यरत हैं.

पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह का कहना है कि भारत को पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ चुने गए लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा से सतर्क रहने की जरूरत है। जनरल बिक्रम सिंह संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन में बाजवा के साथ काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमें बाजवा और उनके दृष्टिकोण के प्रति सतर्क रहने और निगाह बनाए रखने की जरूरत है। पूर्व सेना प्रमुख ने लेफ्टिनेंट जनरल बाजवा को 'बेहद प्रफेशनल' व्यक्ति करार देते हुए कहा कि कॉन्गो में उनके मातहत काम करते हुए उन्होंने 'बेहतरीन परफॉर्मेंस' दी थी, लेकिन किसी भी अधिकारी के लिए स्वदेश वापसी के बाद चीजें पूरी तरह बदल जाती हैं।

पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक कश्‍मीर और आतंकवाद से जुड़े मसलों पर बाजवा अनुभव को तरजीह दी गई. बाजवा संयुक्‍त राष्‍ट्र शांति मिशन के तहत अफ्रीकी देश कॉन्‍गो में काम कर चुके हैं, इस दौरान उनके साथ पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह भी थे. इस मिशन में बाजवा ने बिक्रम सिंह की डिवीजन में काम किया था.

बाजवा 29 नवंबर को अपना कार्यभार संभालेंगे, क्योंकि 29 नवंबर को वर्तमान सेना प्रमुख राहील शरीफ रिटायर्ड होंगे. पाकिस्‍तान का नया सेना प्रमुख भी जीएचक्‍यू से ताल्लुक रखता है. राहील शरीफ भी सेनाध्‍यक्ष बनने से पहले जीएचक्‍यू में पदस्‍थ थे.

दरअसल लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा को पाकिस्‍तान की सेना और राजनीति में बेहद मजबूत पकड़ मानी जाती है. मौजूदा वक्त में बाजवा जीएचक्‍यू के जिस डिपार्टमेंट हैं वहीं से पाकिस्‍तानी सेना की सबसे बड़ी विंग 10 कॉर्प्‍स को कंट्रोल किया जाता है, जिसके अधीन एलओसी यानी कश्मीर स्थित भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की सुरक्षा है. खबरों की मानें तो बाजवा कश्‍मीर ऑपरेशंस पर बेहद रुचि लेते हैं और कट्टर विचारधारा के हैं.

पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष पद के लिए 4 चेहरे दौड़ में थे. बाजवा के अलावा जनरल स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जुबैर हयात, मुल्तान में कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल इश्फाक नदीम अहमद और बहावलपुर कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल रामदेई दौड़ में शामिल थे.

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !