सागर समेत 5 यूनिवर्सिटी ने फर्जी कोस चला डाले, डिग्रियां बेकार हो गईं

भोपाल। Dr. Hari Singh Gour University , Sagar (M.P) एवं Indira Gandhi National Tribal University, Amarkantak (M.P) समेत कुल 4 यूनिवर्सिटी ने 2011 से B.SC.B.ED. ओर B.A.B.ED. (4 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) शुरू किया। एडिमिशन दिए, परीक्षाएं कराईं और डिग्री भी दीं परंतु इन डिग्रियों की कोई कीमत नहीं है, क्योंकि ये पाठ्यक्रम NCTE (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) से मान्यता प्राप्त ही नहीं है। अब छात्र डिग्रियां हाथ में लेकर यहां वहां न्याय की गुहार लगा रहे हैं। चुनाव प्रचार करने अनूपपुर गए सांसद कमलनाथ को भी छात्रों ने ज्ञापन दिया और यह समस्या संसद में उठाने की मांग की। 

छात्रों ने बताया कि 
Indira Gandhi National Tribal University, Amarkantak (M.P)
Central university of south bihar
Central university of Jharkhand
Dr. Hari Singh Gour University , Sagar (M.P)
तथा गुजरात के 1 राजकीय शिक्षा विश्वविद्यालय
Indian Institute of Teacher Education, Gujarat.

में शिक्षा विभाग में पढ़ रहे  B.SC.B.ED. ओर B.A.B.ED. (4 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) के छात्रों ने वर्ष 2011 से 2015 तक विश्वविद्यालयों मे दाखिला ले तो लिया पर पाठ्यक्रम को NCTE (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) से मान्यता नही है। मान्यता न होने पर हमारे डिग्री  की कोई उपयोगिता नही। ना तो छात्र आगे की पढ़ाई कर सकते ओर ना ही शिक्षण संस्थानों के नौकरी में प्राथमिकता पा सकते है।  

विगत 2 वर्षो से छात्र MHRD और NCTE मे पत्र ओर RTI के माध्यम से जानकारी मांगने की कोशिश कर रहे है पर कोई सकारात्मक सहायता विभागों से नही मिल रही है। सभी छात्रों के विशविद्यालय प्रशासन भी सिर्फ ओर सिर्फ मौखिक आश्वासन दे रही है। छात्रों का कहना है कि यह उनके भविष्य का सवाल है। डिग्रियों की मान्यता नौकरी में ही नहीं रही तो सबकुछ बर्बाद हो जाएगा। वो इस मामले में न्याय चाहते हैं।

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