कानपुर। वर्ष 2005 के पहले जारी किए एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट भी मौजूदा योजना में शामिल हो गए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस संबंध में जारी की गई अपनी प्रश्नोत्तरी की विज्ञप्ति में स्पष्ट कर दिया है।
बताते चले, यूपीए शासन काल में वर्ष 2005 के पहले जारी किए पांच सौ रुपये वाले हरे नोट और एक हजार रुपये के नोट चलन से बाहर करने का फैसला किया गया था लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। ये नोट भी प्रचलन में हैं।
ऐसे में ग्राहक बैंकों में 2005 के पहले जारी किए गए पांच सौ रुपये के नोट लेकर आए तो बैंकों ने उन्हें स्वीकार करने से इन्कार कर दिया। इस पर लोगों ने आरबीआई से जानकारी मांगी थी।
आरबीआई की तरफ से जारी की गई प्रश्नोत्तरी में स्पष्ट किया गया है कि 2005 के पहले जारी किए गए पांच सौ रुपये और एक हजार रुपये के नोट बैंकों और आरबीआई कार्यालयों में पूरे मूल्य पर बदले जा सकते हैं।