मप्र के 2 IFS अफसरों को जबरन रिटायरमेंट

भोपाल। कई सालों तक लगातार अपने कार्यव्यवहार के कारण विभाग और विभागीय कर्मचारी/अधिकारियों को तंग करने वाले 2 आईएफएस अफसरों को अब जबरन रिटायर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आईएफएस व्हीएस होतगी और देवेश कोहली की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए सिर्वस रिव्यू कमेटी और वनमंत्री ने अनुशंसा कर दी है। सीएम शिवराज सिंह की अनुशंसा होते ही मामला केंद्र के पास चला जाएगा। 

दो माह पहले सर्विस रिव्यू कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें दोनों अफसरों के प्रकरण रखे गए थे। कमेटी ने डिपार्टमेंट ऑफ पर्सोनेल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) के नियमों के तहत दोनों को नौकरी के लिए अनफिट मानते हुए केंद्र सरकार को भेजने के लिए प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग के मंत्री और मुख्य सचिव के अनुमोदन के बाद प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री सचिवालय की अनुशंसा के बाद प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इस पर केंद्र सरकार निर्णय लेगी।

होतगी ने मंत्रालय में कर्मचारी को पीट दिया था
अपनी कार्यशैली के कारण हमेशा विवादों में रहे होतगी स्टेट फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसएफआरआई) जबलपुर में पदस्थ हैं। वन मुख्यालय में रहते हुए होतगी ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ मारपीट की थी। इसके बाद उन्हें जबलपुर भेजा है। सूत्र बताते हैं कि होतगी के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया है। वे 1994 बैच के अफसर हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही हैं। ये अब तक उप वनसंरक्षक हैं, जबकि इनके साथी अफसर मुख्य वनसंरक्षक बन चुके हैं।

कोहली के 3 प्रमोशन रुक गए लेकिन बर्ताव में बदलाव नहीं
मुख्यालय में पदस्थ 1984 बैच के आईएफएस अफसर देवेश कोहली की गोपनीय चरित्रावली (सीआर) खराब है। कोहली 1984 बैच के आईएफएस हैं और वर्तमान में उप वनसंरक्षक हैं। जबकि इस बैच के दूसरे अफसर अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक बन चुके हैं। 

इस मामले में दोनों अधिकारियों के अधिकृत बयान अभी तक सामने नहीं आए हैं। ( पढ़ते रहिए bhopal samachar हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)

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