भोपाल। मिसरोद इलाके में श्रीराम फाइनेंस के जब्त एक हाईवा (डंपर) को आरटीओ एजेंट ने अपना बताकर बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर से ढाई लाख रुपए ठग लिए। इस मामले में एक निजी बैंक के कर्मचारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। आरोपी ने पीड़ित को शाम को बैंक बुलाकर डीडी भी बनवा दिया था।
मकान नंबर-85 न्यू जेल रोड, गांधी नगर निवासी फरहान (32) पिता इरफान खान बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर हैं। उन्होंने बताया कि मई के पहले सप्ताह में उनकी पहचान आरटीओ दलाल राकेश दत्ता से हुई। उन्होंने उससे किसी सेकंड हैंड वाहन की खरीदी की इच्छा जताई। राकेश ने बताया कि श्रीराम फाइनेंस ने हाईवा क्रमांक (एमपी 38 एच 0165) जब्त किया था, जिसे उसने खरीद लिया है। वह उसे साढ़े तीन लाख रुपए तक में उन्हें बेच सकता है। बाद में उनके बीच सौदा तीन लाख 48 हजार रुपए में हुआ।
फरहान ने राकेश के कहने पर गोविंद सूर्यवंशी और निकुंज भारद्वाज के नाम से डीडी बनवाकर उन्हें दे दिया। रुपए मिलने के बाद राकेश वाहन देने में आनाकानी शुरू कर दी। काफी प्रयास के बाद भी जब उन्हें हाईवा नहीं मिला तो उन्होंने उसकी शिकायत मिसरोद पुलिस से की। इस दौरान आरोपी ने उन्हें 1 लाख रुपए लौटा दिए। पुलिस ने शिकायत की जांच पर राकेश, गोविंद और निकुंज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
शाम को बुलाया बैंक
फरहान ने बताया कि सौदा होने के बाद राकेश ने उन्हें मिसरोद के एक बैंक में शाम को बुलाया। यहां पहले से मौजूद एक महिला ने बैंक के अंदर उन्हें चाय और पानी पिलवाया। राकेश के कहने पर उन्होंने महिला को साढ़े तीन लाख रुपए दे दिए। महिला ने कहा कि वे बैंठे अभी डीडी बन जाएगा। फरहान ने सवाल किया कि बैंक में तो कोई भी कर्मचारी नहीं है और समय भी खत्म हो चुका है तो राकेश ने कहा कि वह सब करवा देगा।