ग्वालियर। पेट्रोल पंप कारोबारी के बेटे कुशाग्र का अपहरण कर 25 लाख की फिरौती वसूल करने वाला मास्टरमाइंड सूरज अहिरवार अपने पांच साथियों के साथ कोर्ट की हवालात से भाग गया है। घटना बुधवार शाम झांसी कोर्ट की है। सभी बदमाश हवालात के रोशनदान की जालियां निकालकर भागे हैं। आरोपी की लोकेशन ग्वालियर-भिंड के बीच होने की संभावना पर ग्वालियर पुलिस सतर्क कर दिया है।
शहर के पड़ाव थानाक्षेत्र स्थित कांति नगर निवासी अनूप उर्फ अजय अग्रवाल का हरपालपुर में पेट्रोल पंप है। उनका 12 वर्षीय बेटा कुशाग्र कांति नगर में अपने ताऊ के साथ रहता था। 28 अगस्त 2013 को कांति नगर में किराए से रहने वाले विपिन व गंधर्व नाम के दो युवक कुशाग्र को गाड़ी चलाना सिखाने की कहकर अपहरण कर ले गए थे। बाद में बच्चे को अपहरण कांड के मास्टर माइंड सीपरी बाजार झांसी निवासी सूरज अहिरवार पुत्र जगदीश अहिरवार को सौंप दिया था। अपहरण कांड में उसकी पत्नी निर्मला की भी भूमिका थी।
अपहरण के 10वें दिन अपहरणकर्ताओं ने झांसी के आगे कानपुर रोड पर 25 लाख की फिरौती लेने के बाद बच्चे को छोड़ दिया था, लेकिन तत्कालीन एएसपी क्राइम प्रतिमा एस मैथ्यू की टीम ने आरोपियों को पकड़ लिया था। पर सूरज फरार हो गया था। बाद में वह भी पकड़ा गया था। कुछ समय पहले उसे ग्वालियर सेन्ट्रल जेल से झांसी ट्रांसफर कर दिया गया था। बुधवार को जेल से 121 बंदी को लेकर पुलिस कोर्ट में पेशी पर लाई थी। जिसमें सूरज व उसके साथी भी थे।
कोर्ट हवालात के रोशनदान से भागे बदमाश
पेशी के बाद जब सभी बंदियों को गाड़ी में बैठाकर गिनती की जा रही थी तो पता लगा कि पांच बंदी कम हैं। रजिस्टर में चेक किया तो सूरज अहिरवार निवासी सीपरी बाजार, होशियार सिंह निवासी बड़ागांव, रिंकू अहिरवार निवासी बड़ागांव, केशव पंडित निवासी रौन भिंड व योगेन्द्र सिंह निवासी इटावा कम मिले।
जब कोर्ट की हवालात में जाकर देखा तो रोशनदान की जालियां निकली हुई थीं। आरोपी वहीं से भागे थे। वहीं एसएसपी ग्वालियर हरिनारायणाचारी मिश्र ने का कहना है कि सूरज और उसके साथियों के ग्वालियर व भिंड के आसपास होने की सूचना मिली है। जिस पर पुलिस ने क्राइम ब्रांच की टीमों सहित अन्य पार्टियों को तलाश में लगा दिया है।