जुलानिया के जुल्म से बच नहीं पाए सीईओ वर्मा, मूल विभाग में वापस

भोपाल। सिंघम स्टाइल में काम कर रहे पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने 1 अक्टूबर को स्वच्छ भारत अभियान में फिसड्डी अशोकनगर जिले के सीईओ एमएल वर्मा को हटाने के निर्देश दिए थे। मामले को संभालने के लिए वर्मा को लगभग 3 सप्ताह का समय मिला लेकिन वर्मा अपनी कुर्सी बचा नहीं पाए। अंतत: उनकी सेवाएं मूल विभाग को वापस कर दी गईं। 

राज्य शासन ने जिला पंचायत अशोक नगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम.एल. वर्मा की सेवाएँ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को वापिस की हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में मंगलवार 25 अक्टूबर 2016 को आदेश जारी किया।

बता दें कि ग्वालियर में समीक्षा बैठक के दौरान जुलानिया ने जिला पंचायत अशोक नगर के सीईओ एमएल वर्मा को हटाने (तबादला करने), स्वच्छता अभियान के गुना व अशोकनगर के समन्वयक सरिता बंसल व बीएस चौहान तथा अशोक नगर के ही सहायक जिला समन्वयक लखन सिंह किरार को 1-1 माह का वेतन देकर नौकरी से हटाने के निर्देश दिए थे। 3 अक्टूबर को कलेक्टर अशोकनगर ने जिला पंचायत सीईओ एमएल वर्मा को हटाकर अपर कलेक्टर एचपी वर्मा को जिपं का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। वर्मा को पूरे 3 हफ्ते का समय मिला, लेकिन वो जुलानिया को मना नहीं पाए। अंतत: उन्हें वापस लौटना ही पड़ा। 

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