भाजपा के पास दमदार कैंडिडेट नहीं तो क्या, हिमाद्री को कांग्रेसी ही हरा देंगे

राजेश शुक्ला/अनूपपुर। भले ही शहडोल उपचुनाव कमलनाथ के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न हो। चाहे कांग्रेस के दिग्गज नेता राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव, राज्य सभा सदस्य विवेक तन्खा समेेत कई नेता कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में जी जान लगा रहे हों परंतु कांग्रेस की गुटबाजी कहां कम होने वाली है। हिमाद्री को अभी तक कैंडिडेट घोषित नहीं किया गया, उसे हराने की तैयारियां पहले शुरू हो गईं। ऐसे में भाजपा का कमजोर कैंडिडेट भी आसानी से जीत जाएगा। 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेता शहडोल लोकसभा उपचुनाव में विजय प्राप्त करने के लिए अब ऐंड़ी-चोटी लगा रहे हैं। विगत दिवस राष्ट्रीय महासचिव मध्यप्रदेश के प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव, युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माण्डवी चौहान, उपनेता बाला बच्चन, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी सहित अन्य दिग्गज नेताओं ने संसदीय क्षेत्र अंतर्गत बडवारा, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर जिले में आकर प्रदेश सरकार की नाकामी को गिनाते हुए स्थानीय कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर लोकसभा उपचुनाव में विजय प्राप्त करने की नसीहत दिए और शपथ दिलाए थे कि कांग्रेस पार्टी चाहे प्रत्याशी जिसे घोषित करे उसे विजयश्री दिलाना हमारी सबसे बडी जिम्मेदारी होगी। लेकिन अभी भी कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी खत्म होते नहीं दिख रही, बल्कि जैसे-जैसे नामांकन के तिथि नजदीक आ रही है, कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और भी बढती जा रही है।

अपनो को नवाजा
२६ अक्टूबर की महत्वपूर्ण बैठक के लिए कोतमा विधायक मनोज अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजन समिति का गठन किया गया है। समिति के गठन से ही संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ और महत्वपूर्ण नेताओं में नाराजगी का भाव देखा जा रहा है। आयोजन को महज जेबी बनाने की कोशिश पार्टी को गर्त में लेजाती दिख रही है। इससे कोतमा विधायक की दशा और दिशा के साथ उनकी नीयत पर भी सवाल उठ खडे हुए हैं। मामले से जुडे पार्टी सूत्रों के अनुसार समिति में नीरज द्विवेदी शहडोल जिलाध्यक्ष, रवींद्र तिवारी प्रदेश प्रतिनिधि, अजय अवस्थी प्रदेश सचिव युवक कांग्रेस, जयप्रकाश अग्रवाल जिलाध्यक्ष अनूपपुर, अनुज मिश्रा अध्यक्ष युवक कांग्रेस संसदीय क्षेत्र, राजेश शर्मा जिलाध्यक्ष उमरिया, सुमित गुप्ता प्रदेश महामंत्री एनएसयूआई, अभिषेक मिश्रा विधानसभा अध्यक्ष युवक कांग्रेस,  पीयूष शुक्ला अध्यक्ष नगर कांगे्रस शहडोल, कमलेश शर्मा इंटक अध्यक्ष, शोभाराम पटेल उपध्यक्ष नपा धनपुरी, शेखर चौधरी उपाध्यक्ष नपा बुढार, राजीव शर्मा महासचिव युवक कांग्रेस, देवेंद्र ताम्रकार, खानम नसीम अख्तर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उमरिया, सूरज पयासी मुख्य संगठक सेवादल शहडोल, हरिमोहन तिवारी अध्यक्ष किसान कांग्रेस शहडोल को शामिल किया गया है। 

दिग्गज नेताओं की उपेक्षा
उपनिर्वाचन की दृष्टि से आयोजित होने वाली बैठक के लिए आयोजन समिति से प्रदेश के पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह, पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह, सुश्री हेमाद्री सिंह, ब्यौहारी विधायक रामपाल सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कमला सिंह, ध्यान सिंह मार्कों एवं उमरिया के पूर्व विधायक अजय सिंह, राकेश कटारे, शंकर प्रसाद शर्मा, भाई लाल पटेल, प्रेमकुमार त्रिपाठी, शिव कुमार नामदेव, हरीश अरोरा, संतोष शुक्ला ब्यौहारी, प्रकाश पालीवाल, ललन सिंह, श्रीमती शकुंतला प्रधान जैसे अन्य नेताओं की उपेक्षा की गई है।  वरिष्ठ नेताओं को उक्त कार्यक्रम से दूर रखे जाने से कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों में आक्रोश व्याप्त है।

कांग्रेस प्रत्याशी की प्रतिष्ठा का सवाल
जनचर्चा है कि जब पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता छिंदवाडा सांसद कमलनाथ के आगमन पर भी पार्टी के अंतरकलह कम नहीं हो रही तो कांग्रेस पार्टी चाहे जिसे अपना प्रत्याशी घोषित करे, विजय पाना मुश्किल हो जायेगा।

निष्कासित सदस्यों की करते थे सिफारिश
शहडोल सांसद दलपत सिंह परस्ते के निधन होते ही कांग्रेस के विधायक एवं कई पदाधिकारी उमरिया जिले के पार्टी से निष्कासित कार्यकर्ताओं को अभी तक लोकसभा उपचुनाव में टिकट दिलाने की सिफारिश करते थे अब संभाग में बैठकर चुनाव के संचालन करने की तैयारी में जुटे हैं। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !